तोता तस्करी, तीसरे आरोपित को गिरफ्तार करने पहुंची शहडोल की टीम
0 तीन दिन पहले ट्रेन से आरपीएफ ने मुख्य आरोपित को पकड़ा था।

बिलासपुर: ट्रेन से तोता तस्करी मामले के तीसरे आरोपित को गिरफ्तार करने गुरुवार को शहडोल वन विभाग की 10 सदस्यीय टीम बिलासपुर पहुंची। यहां स्थानीय वन अमले की मदद से उसे गिरफ्तार कर साथ ले गई। तीसरा आरोपित ही खरीदार है। उसने मुख्य आरोपित को चार हजार तीन रुपये भी दिए थे।
मामला 16 सितंबर को भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस का है। इस ट्रेन में बिलासपुर के अशोक नगर निवासी प्रकाश यादव लोहे के पिंजरे में कैद कर 120 तोते को शहर ला रहा था। कटनी में जांच के दौरान आरपीएफ की नजर उस पर पड़ी। संदेह के आधार पर जब पकड़कर पूछताछ की गई तो उसके कब्जे से तोते जब्त हुए। प्रकरण वन्य प्राणी से जुड़ा होने के कारण जब्त तोते समेत आरोपित को मध्य प्रदेश दक्षिण शहडोल वन परिक्षेत्र के सुपुर्द कर दिया गया। इस मामले में शहडोल वन विभाग ने आरोपित के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 9, 39, 42, 44 एवं 50 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया।
विभाग ने न्यायालय से अनुरोध कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि यह तोते उसने कटनी के सोनू तिवारी से खरीदा है। इस पर टीम ने कटनी में दबिश दी और दूसरे आरोपित को गिरफ्तार किया। साथ ही पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि तोते वह बिलासपुर के चांटीडीह निवासी सलीम शेख को बेचने के लिए ला रहा था। इस पर शहडोल वन विभाग ने खरीदार सलीम शेख को भी पकड़ने का निर्णय लिया। वहां डीएफओ से अनुमति ली गई।
इसके साथ ही शहडोल डीएफओ ने बिलासपुर वनमंडलाधिकारी सत्यदेव शर्मा को मामले की जानकारी दी। साथ ही तीसरे आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए उनकी टीम का सहयोग करने का निवेदन किया। शहडोल की टीम गुरुवार की सुबह रेंजर राम नरेश विश्वकर्मा के नेतृत्व में बिलासपुर पहुंची। चूंकि यहां पहले से उनके आने की सूचना थी। इसलिए बिलासपुर डीएफओ शर्मा ने सहयोग के लिए एक टीम बनाई।
जिसमें बिलासपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी पल्लव नायक, भूपेंद्र डहरिया, रामाधार बंजारे, शोभाराम यादव, मोहन रात्रे शामिल थे। इस टीम के साथ शहडोल का वन अमला पहले चांटीडीह पहुंचा। लेकिन, सलीम शेख घर पर नहीं था। इस पर गिरफ्तार मुख्य आरोपित से उसे फोन कराया गया। उसने घुटकू में होने की जानकारी दी। टीम वहां पहुंची और घेराबंदी कर तीसरे आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों को पकड़कर शहडोल ले गई।
बिलासपुर, शिवरीनारायण समेत अन्य शहरों में खरीदा था बिक्री
तीसरे आरोपित सलीम शेख को पकड़ने के बाद बिलासपुर वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया। यहां उससे पूछताछ करने पर आरोपित ने बताया तोते को वह खरीदकर शिवरीनारायण, जांजगीर, चांपा, रायपुर व दुर्ग आदि शहरों में बिक्री करता है। वह सामान्य तोते 800 से 900 रुपये और करन तोता 2000 से 2500 रुपये में बेचता था।
कटनी में दूसरे आरोपित से 70 तोते जब्त
जांच में बिलासपुर पहुंचे शहडोल के वन परिक्षेत्र अधिकारी राम नरेश विश्वकर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपित के निशानदेही पर सबसे पहले कटनी में सोनू तिवारी के घर दबिश दी गई। जांच में उसके पास से 70 जीवित तोते मिले। वहीं कुछ मृत भी मिले हैं।
सात साल की सजा व एक लाख रुपये अर्थदंड
विश्वकर्मा ने बताया कि तोते की खरीदी या बिक्री दोनों अपराध है। इस तरह के प्रकरण में सात की साल की सजा और एक रुपये तक अर्थदंड का प्राविधान है। इस मामले में मजबूत प्रकरण बनाया जाएगा, ताकि पक्षियों के इन सौदागरों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।