गरियाबंद। नगर तथा नगर की सीमा से लगे ग्राम पंचायत आमदी (म) में संचालित राइस मिल से नगरवासी तथा ग्रामीण त्रस्त हो चुके है। राइस मिलो से निकलने वाला धुआं व डस्ट से बच्चे, बुजुर्ग, महिलाऐं सभी परेशान है, हवा में फैल रहे प्रदुषण की वजह से ग्रामीण तथा शहरी नागरीको में गंभीर बीमारीयां होने की आशंका है।
विदित हो कि इस संबंध में ग्राम पंचायत आमदी (म) शिक्षक नगर के रहवासीयो ने कलेक्टर महोदय को आवेदन सोैपा है। शिक्षक नगर के रहवासीयो के अनुसार आमदी (म) में किसान राइस मिल नियमानुसार संचालित नही कि जा रही है। वर्तमान में इस राइस मिल में हो रही धान कुटाई से भुंसा पुरे मोहल्ले में फैल रहा है जिससे लोगो को सांस लेने में तकलीफ हो रही है, साथ ही मशीन चलने से गंभीर ध्वनि प्रदुषण हो रहा है।
जानकारी के अनुसार आमदी (म) की किसान राइस मिल शासन के अधिन है, तथा वर्तमान में इसे किसी व्यक्ति के द्वारा ठेके पर संचालित किया जा रहा है। ग्रामीणो के अनुसार ठेकेदार पर्यावरण में फैल रहे प्रदुषण एवं रहवासीयो की शिकायत के प्रति गंभीर नही है उसकी लापरवाही का खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे है। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अजय सिंह के अनुसार धान के भुंसे से दमा के अटैक की संभावना बढ जाती है साथ ही इससे लोगो को ब्रोंकाइटिस, फिवर, एलर्जी जैसी गंभीर बिमारीयो का सामना करना पडता है।
सिमट गई है सामाजिक, धार्मिक गतिविधियां
पर्यावरण एवं प्रदुषण की रोकथाम के लिये भारत सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगातार कडे निर्देश जारी किये जा रहे है, इन निर्देशो की वजह से कई धार्मिक त्यौहार एवं सामाजिक गतिविधियां सिमट गई है। अभी हाल छत्तीसगढ के ही कई बडे शहरो में पटाखे फोडने पर पाबंदी लगा दी गई थी , रात 10 बजे के बाद लाउड स्पीकर्स का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया गया है। होली, दिवाली, दशहरा के अतिरिक्त जन्माष्टिमी पर भी सरकारी नियंत्रण है। ऐसे में राइस मिलो से फैल रहा प्रदुषण क्यो नियंत्रित नही हो पा रहा एक बहुत बडा सवाल है। जिले में राजिम स्थित नदी का पानी भी राइस मिलो से निकलने वाले गंदे पानी की वजह से दुषित हो चुका है। छत्तीसगढ में राजिम को प्रयाग कहा जाता है साथ ही यहां के तीन नदियो के संगम पर लोगो का अटुट विश्वास है। इस संगम को भी प्रदुषित होने से बचाया नही जा सका है।
जनदर्शन, लोक सुराज में भी शिकायत, कई विभागो में घुमा आवेदन
गरियाबंद नगर के वार्ड क्रं 15 शीतला मंदिर के पास संचालित राईस मिल को लेकर भी कलेक्टर जनदर्शन साथ ही लोक सुराज में मार्च 2017 में शिकायत कि गई थी। पर्यावरण एवं प्रदुषण को लेकर कलेक्टर जनदर्शन में कि गई इस शिकायत का हाल ये हुआ कि लगातार कई महिनो तक ये आवेदन जिले के 7 विभागो में फारवर्ड किया जाता रहा, जिले के शासकीय विभाग इस पर कार्यवाही करने से बचते रहे, अंततः अनुविभागीय अधिकारी (रा) कार्यालय से सीआरपीसी की धारा 133 के तहत् नियमानुसार प्रकरण दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करते हुऐ आॅनलाईन निराकरण किया गया।
आपको बता दे कि ‘‘आॅनलाइन निराकरण किया गया‘‘ , समस्या धरातल पर आज भी वैसी ही है। आधिकारीक व्यक्तव्य – पर्यावरण सुरक्षा के तहत् राइस मिलर्स को नोटिस दिया गया है, धारा 133 के तहत् सुनवाई जारी है। राईस मिले पुर्व संचालित है। — बी.आर.साहु , एस.डी.एम गरियाबंद।