Chhattisgarh
वीडियो:-राजीव नगर में भारी बारिश के कारण मकान गिरा, प्रशासन ने अभी तक नहीं ली कोई सुध..
HCT:रायगढ़। छत्तीसगढ़ की फ़िजा इन दिनों पूरी तरह से बदल गई है। एक ओर जहां राजनीति ने करवट ली है; वहीं मौसम ने भी अपना रुख बदल लिया है। अचानक हुए इस परिवर्तन में जहाँ 15 साल के सत्ता सुख से भाजपा को बिछोह का सामना करना पड़ा, वहीं मौसम के बदले रुख ने आम जन-जीवन को प्रभावित कर दिया है। नुकसान दो तरफा ही हुआ है। अब भाजपा पूरे पाँच बछर के लिए सत्ता से दूर हो चुका है, और वादों – इरादों से 15 बछर के वनवास बाद कांग्रेस सत्तानशीं हो चुका है। मगर…; परिवर्तन की जो बयार चली है, उससे कांग्रेस में तो खुशी की लहर है; लेकिन, मौसम में आई इस परिवर्तन ने जो आंध्रा से होकर छत्तीसगढ़ के जन-जीवन को बेहद प्रभावित कर दिया है। एक तरफ मौसम के बदले इस रुख ने एक चौथाई से ज्यादा बहुमत वाली सरकार की शपथ ग्रहण समारोह में ग्रहण लगा दिया।
वहीं दूसरी तरफ रायगढ़ के वार्ड नंबर 1, कोतरा रोड, राजीव नगर में मूसलाधार बारिश के चलते एक व्यक्ति के घर की दीवाल पर पानी जमा होने के कारण घर के लगे दीवाल जा गिरी ऐसी स्थिति/परिस्थिति में घरवाले करें भी तो क्या करें ? सुबह से घटना हुई है लेकिन अभी तक प्रशासन का कोई भी व्यक्ति इस घटना को संज्ञान में नहीं लिया..! और ना ही किसी प्रकार का कोई राहत बचाव कार्य किया गया ? राजीव नगर स्थित सुमित्रा अपने दो बच्चों के साथ दयनीय स्थिति में रहकर गुजर-बसर कर रही है।
घरवालों को आशा है कि प्रशासन से कोई मदद मिल जाती तो घर के गिरे हुए दीवार फिर से उठ पाती। मगर न तो अभी मुराद पूरी हो पाएगी और न ही मौसम अपना रुख बदलेगी। ऐसे में उम्मीद और आशा लिए इंसान सिर्फ और सिर्फ मदद के लिए अपना हाथ ऊपर उठा लेता है जिसे अदृश्य शक्ति उसकी भाव को समझकर मदद कर ही देता है। अब देखना यह है कि वह अदृश्य शक्ति वाकई अदृश्य होकर उक्त पीड़ित की मदद को आता है या फिर कोई सक्षम दृश्यमान…
देखिये सुमित्रा क्या कहती है वीडियो में:-
वही प्रशासन के प्रथम सोपान रूपी पार्षद डिग्री लाल साहू जी घूमने हेतु शिर्डी जा रखे हैं। जब उनसे हाईवे क्राइम टाइम ने संपर्क साधा गया तो उन्होंने बताया कि-
अभी मैं शिर्डी आ रखा हूं। आपके फोन करने से पहले मुझे सुमित्रा के पति संतोष ने रिंग करके जानकारी दी । इस बारे में जानकारी मुझे नहीं मिली थी। प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त होने से शासन के द्वारा कुछ राशि मुआवजे के तौर पर दी जाती है।