छत्तीसगढ़ में “भाजपा” का राम नाम सत्य तो मिजोरम तेलंगाना और राजस्थान से पत्ता ही साफ।

रायपुर दिनांक 11दिसम्बर 2018 ई.
मिजोरम=1 सीट, तेलंगाना=1 सीट, छत्तीसगढ़=15 सीट, राजस्थान=73 सीट, मध्यप्रदेश=108 सीट
उल्लेखित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव-2018 के परिणाम से देश की राजनीति मे भूचाल आ जाना स्वाभाविक ही है। छत्तीसगढ़ में “भाजपा” का राम नाम सत्य तो मिजोरम तेलंगाना और राजस्थान से पत्ता ही साफ।
छत्तीसगढ़ राज्य “मोदी महल” की नींव का पत्थर था उसके खिसक जाने से “मोदी महल”किसी समय चरमरा कर धराशायी हो सकता है।लोकसभा का चुनाव अभी दूर है।मोदी का नैतिक दायित्व है कि वे तत्काल नैतिक आधार पर अपना पद त्याग कर राष्ट्रीय सरकार के गठन मे सहयोगी बनकर लोकसभा का स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा सही चुनाव कराऐं।
“शहीद स्मारक समिति” रायपुर (छ.ग.) के मुख्यालय पर आयोजित एक बैठक में समिति के संयोजक एवम् वरिष्ठ अधिवक्ता अवधनारायण त्रिपाठी ने अपनी अभिव्यक्ति मे यह भी व्यक्त किया कि “विधानसभा चुनाव-2018” ने कांग्रेस (राहुल) के सिर पर कांटों का ताज़ रख दिया है। सन् 2019 ई.के “आम चुनाव” के बाद कांग्रेस सरकार कितनी टिकाऊ होगी? ऐ बात भविष्य के गर्त में है, अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी क्योंकि वह भी पूंजीवादी संविधान के रक्षक ही हैं।
अधिवक्ता अवधनारायण त्रिपाठी।
“चांउर वाले बाबा” ने तत्काल प्रभाव से मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे कर अपनी सूझबूझ का ही परिचय दिया है। मोदी भी नैतिक आधार पर अपने पद से त्यागपत्र दें यही वक्त की पुकार है। दक्षिण पूर्वोत्तर तथा मध्य भारत में “मोदी लहर”हवा हो चुकी है और अब गेंद उत्तर भारत तथा पश्चिम राज्यों के पाल्हे मे है।

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