ChhattisgarhHarassment
बस संचालकों की मनमानी। दिव्यांग से भी धमका कर वसूल रहे हैं किराया !
गरियाबंद। इसे आप परिवहन विभाग की लापरवाही कहें, लाचारी कहे या साठगांठ, जिसकी वजह से सवारी बस संचालकों के हौसले बुलंद है और बिना किसी रोक,-टोक के इन बसों के परिचालक, चालक, खल्लासी, टिकिट काटने वाले गुर्गे, सभी की मनमानी सवारीयों को झेलनी पड रही है।
जिले के अधिकांश बस स्टाप पर टीप-टाप, हाथों में मोटे कडे, गले पर उटपुटांग चैन या माला लटकाये, चेहरे पर गर्व के साथ चाकु से कट या चोट के निशान लिए, शोहदे टाइप के टिकिट कटाईया मिल जायेगे, जो सवारियों से बदसलुकी अपना अधिकार समझकर चलते हैं। अक्सर अपने परिवार या मां-बहन-बेटी के साथ सफर कर रहे लोग इनसे उलझे बगैर इनकी बदतमीज़ी बरदाश्त कर लेते है।
हम यहां बात करते हैं एक कमजोर दिव्यांग की, किसी समय के पूर्ण स्वस्थ्य कोमल चंन्द्र वर्मा ने बस में सफर के दौरान ही अपने दोनो पैर खोये, कमर की हड्डी भी टुट गई थी, लिहाजा अब ठीक से चल फिर नही पाते, बैशाखीयों के सहारे है। मार्च 2017 में कोमल वर्मा को सहायक सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार कार्यालय गरियाबंद द्वारा निशुल्क बस यात्रा पास दिया गया जिसका बस संचालक मजाक उडा रहे हैं ! इस सरकारी आदेश को बस संचालक, परिचालक, रद्दी की टोकरी में फेकने की सलाह देते है।
दिव्यांग कोमल वर्मा ने अपना दर्द बयॉ करते बताया की रायल बस, सी जी 04 ई ए 0479 के कंडक्टर ने पोंड से गरियाबंद के सफर के दौरान निशुल्क पास को अमान्य कर दिया और कोमल को टिकिट काटकर पकडा दी, कुछ दिनों बाद इसी बस सर्वीस वाले ने उसे बस में बिठाने से ही मना कर दिया और दूसरी सवारीयों को लेकर चलता बना। “मां का आशीर्वाद” मिनी बस के कंडक्टर द्वारा भी कोमल चंन्द्र से अभद्रता की गई। कोमल ने इसकी शिकायत कलेक्टर व आर टी ओ अधिकारी सेे की है।
समुचित कार्रवाई के अभाव में रायपुर से देवभोग तक चलने वाली सवारी बसों के संचालकों की मनमानी सर्व विदित है कुछ घंटों का सफर समझ कर लोग ड्राईवरों, कंडक्टरो का दुरव्यवहार , बदतमीज़ी सहन कर लेते हैं जिसका पूरा फायदा ये गुर्गे उठाते है। परमिट व क्षमता से अधिक सवारियां बसों में ठुसना तो आम बात है और यदि किसी ने थोडा बहुत विरोध किया तो बीच रास्ते सुनसान सडक पर उतार देने की धमकी इनका कारगर हथियार है, आदमी मन मसोस कर रह जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार ?
बस संचालकों की मनमानी के संबंध में आपके द्वारा दी गई जानकारी पर साथ ही वरिष्ठ परिवहन अधिकारी के मार्गदर्शन में उचित कार्यवाही की जायेगी !
सनत जांगडे, परिवहन उपनिरीक्षक गरियाबंद।