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Chhattisgarh

एसडीएम ने व्यापारियों को दी चेतावनी, महंगा नमक बेचा, तो दुकान होगी सील…

देश में वैश्विक महामारी का आलम क्या छाया जमाखोरों ने धन कमाने का साधन अख्तियार कर लिया कुछ कम जरुरत की चीजों को अगर छोड़ दिया जाए तो रोजमर्रा के काम आने वाली वस्तुओं के दाम आसमान छूने लगे व्यापारियों की तो खैर सरकार ने भी इसका भरपूर फायदा उठाना शुरू कर दिया ! बीड़ी-सिगरेट से लेकर गुड़ाखू-गुटखा और मदिरा की बढ़ी हुई या बढ़ाकर कीमत वसूलने की सच्चाई ने व्यापारियों के साथ – साथ सरकार में बैठे नमक हराम लोगो को चेहरे से नकाब हटा दिया हैं.. !! नमक की बात आई है तो पिछले दो-तीन दिनों से इसकी कृत्रिम संकट पैदा कर अकूत धन कमाने की लालसा ने समूचे प्रदेश की प्रशासन के नाक के नीचे कालाबाजारी करने वालों की पोल खोल दी। फ़िलहाल नमक की कीमत पर तो शीघ्र काबू कर लिया गया है; लेकिन अभी भी तम्बाकू उत्पाद वस्तुओं और शराब के नाम पर लूट खसोट जारी है….?

नमक की सप्लाई भी शुरू। प्रिंट रेट पर ही बेचना होगा, सप्लाई बंद होना अफवाह है, हो रही मुनादी।
विनोद नेताम
(संवाददाता)

बालोद। लगातार तीन दिन तक अफवाह के कारण बाजारों में नमक की जमकर बिक्री हुई। चौथे दिन लोगों को समझ में आ गया कि आने वाले दिनों में नमक का कोई संकट नहीं है। इसलिए बाजार में नमक के ग्राहक नजर नहीं आए। इधर नए स्टॉक की सप्लाई भी शुरू हो गई है राजनांदगांव में नमक की खेप आ गई है वहां से बालोद के लिए भी सप्लाई होगी। इधर कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने सभी व्यापारियों की बैठक लेकर उन्हें मुनाफाखोरी न करने की चेतावनी दे दी है। जिन दुकानों में भी ज्यादा रेट पर नमक बेचने की शिकायत आएगी उन्हें सील करने की बात कही गई है। पंचायतों में भी इसकी निगरानी होगी। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी मुनादी करवाने का आदेश हुआ है ताकि लोग अफवाह पर ध्यान ना दें और नमक खरीदने की हड़बड़ी ना करें। अगर कोई दुकानदार ज्यादा रेट पर नमक बेच रहा है इसकी शिकायत क्षेत्र के तहसीलदार, एसडीएम या संबंधित विभाग के अधिकारियों से करें। पंचायत प्रशासन के जरिए भी शिकायत कर सकते हैं।

किसी भी दुकान में नहीं मिला नमक, स्टॉक खत्म।

सोमवार को शहर के सभी दुकानों में नमक इतनी बिकी कि दूसरे दिन तक स्टाॅक ही खत्म हो गया। मंगलवार को जब छूटे हुए ग्राहक नमक खरीदने के लिए पहुंचे तो उनके लिए कोई स्टॉक ही नहीं था। व्यापारी उन्हें बैरंग लौटाते रहे तो ग्राहकों को एक-दो दिन में स्टाक आ जाने का आश्वासन दिया गया। स्टॉक ज्यादा न हो तो कालाबाजारी भी नहीं होगी।

दुकानों में नमक खरीदने के लिए बढ़ गई थी भीड़।

ज्ञात हो कि अफवाह के बाद नमक खरीदने की हड़बड़ी में दुकानों में भीड़ बढ़ गई थी। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था और संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया था। पर मंगलवार को स्थिति अलग थी। लोगों को समझ में आ रहा है कि अफवाह के कारण यह भीड़ बढ़ी इसलिए लोग अब नमक खरीदने की हड़बड़ी भी नहीं कर रहे हैं।

230 रुपए प्रति बोरी से ज्यादा में नहीं बेच सकेंगे

बोरी में अगर नमक बेचना है तो 230 रुपए से ज्यादा में नहीं बेच सकेंगे। एक बोरी में 25 पैकेट नमक रहता है। खड़ी नमक की सप्लाई पहले हुई है। एसडीएम शिल्ली थॉमस का कहना है कि गांव हो या शहर कहीं से भी शिकायत आती है तो दुकान सील कर दी जाएगी। दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वे ज्यादा रेट में नमक ना बेचें।

थोक व्यापारी दुकानदारों को देंगे सिर्फ 6 बोरी

बैठक लेकर यह भी तय किया गया है कि थोक व्यापारी नमक की सप्लाई होने के बाद शहर के व्यापारियों को 6-6 बोरी का ही स्टॉक देंगे। इससे ज्यादा स्टॉक एक साथ नहीं दिया जाएगा। जब यह स्टॉक बिक जाएगा तभी अगला स्टॉक दिया जाएगा तो वहीं इस 6 बोरी में से 2-2 बोरी ग्रामीण क्षेत्र के व्यापारी अपने स्तर पर बेचने के लिए ले जा सकेंगे।

एक पैकेट से ज्यादा नहीं मिलेगा ग्राहकों को

शहरी क्षेत्र में 2 दिन में ही नमक की मुनाफाखोरी पर नियंत्रण लगाया जा रहा है। तहसीलदार रश्मि वर्मा ने कहा कि दुकानदारों के लिए भी निर्देश जारी किया गया, जिसमें उन्हें कहा गया है कि ग्राहकों को एक साथ दो या इससे ज्यादा नमक पैकेट ना दें। एक ग्राहक को सिर्फ एक पैकेट नमक दें ताकि कोई घर में भी स्टॉक ना कर सके और सभी जरूरतमंद को नमक मिल सके। उन्होंने ग्राहकों से भी अपील की है कि वे पैनिक ना हो। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए दुकान में खरीदारी करें। नमक का कहीं कोई स्टॉक खत्म नहीं होगा, ना सप्लाई रुकेगी। जो भी सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ है वह महज अफवाह है। मैसेज वायरल करने वाले व्यक्ति की भी तलाश की जा रही है ताकि उसे खिलाफ एफआईआर की जा सके।

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