दुर्लभ पुष्पक विमान में सवार कोच्चि से बिलासपुर पहुंचे रामचंद्र !
सवाल दर सवाल, पूछता है भारत
8 सीटर प्लेन पर खर्च अनुमानतः 15 लाख
लॉकडाउन के बावजूद चार्टर फ्लाइट की अनुमति ?
लॉकडाउन किसके लिए ??
कटघरे में “डीजीसीए”
बिलासपुर। देश कोरोना काल के चपेट में है और इसके बचाव व नियंत्रण के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी के आह्वान पर सम्पूर्ण देश लॉक डाउन किया गया है। मोदी जी ने लॉक डाउन की घोषणा करते समय अपने उद्बोधन में कहा था जो जहाँ है; वहीं रहे, सरकार उनकी व्यवस्था वहीं करेगी। और देश की 1.33 अरब नासमझ जनता ने उनकी बातों पर अमल करते हुए आज दिनांक तक प्रतिपालन कर रहा है। कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के चलते देश इस समय लॉक डाउन की स्थिति से एक नई संकट का सामना से जूझते नज़र आ रहा है, और यह संकट है भूखमरी का। ऐसे संकटग्रस्त समय में एक न्यायाधीश का 8 सीटर प्लेन पर जिसका अनुमानित खर्च 15 लाख रूपए बताया जा रहा है; व्यय करके लॉक डाउन को धत्ता बताते हुए करीब दो हजार किलोमीटर का सफर, दिल्ली से व्हाया कोच्चि होते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश की न्यायधानी बिलासपुर लाया गया ! यह प्रदेश के उन ढाई करोड़ की आबादी का खुला उपहास है।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन; अपनी हवाई यात्रा को लेकर अब सवालों के दायरे में है। उन्हें चार्टर्ड फ्लाइट से इसी शनिवार को कोच्चि से बिलासपुर लाया गया। नई दिल्ली स्थित व्हीएसआर वेंचर्स प्रा० लि ० (VSR AVIATION) ने यह फ्लाइट शनिवार को सुबह दिल्ली से कोच्चि रवाना की थी। जानकारी के अनुसार कोच्चि से इस विमान ने बिलासपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग की थी। उधर डीजीसीए (DGCA) ने देशभर में लॉकडाउन को देखते हुए हवाई सफर पर रोक लगाई हुई है। यह रोक मार्च माह के अंतिम सप्ताह से जारी है। डीजीसीए ने सिर्फ उन विमानों को उड़ने की अनुमति दी है, जो कार्गो, राहत एवं बचाव और मेडिकल उपकरणों और सामानों की आवाजाही में उपयोग में लाये जा रहे है। ऐसे समय जस्टिस साहब और उड़ान भरने वाला यह चार्टड प्लेन दोनों चर्चा में है।
सूत्र यह भी बताते हैं कि क्रू मेंबर के साथ जस्टिस मेनन इस विमान पर अकेले सवार हुए थे। यह विमान लगभग ढाई लाख रूपये प्रति घंटे की दर से फ्लाइट टाइम का किराया चार्ज करता है। जानकारी के मुताबिक इस फ्लाइट ने लगभग साढ़े छह से सात घंटे अपनी सेवाएं दी। इसका किराया लगभग 13 से 15 लाख के बीच आँका जा रहा है। इसमें एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलिंग चार्ज शामिल नहीं है।
चीफ जस्टिस की शपथ लेने खुद गाड़ी चला 2000 किमी के सफर पर निकल पड़े दो जज
उधर लॉक डाउन के दौरान ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए सड़क मार्ग से हाईकोर्ट जाने वाले चीफ जस्टिस की यात्रा भी चर्चा में है। इसमें जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस बिश्वनाथ सोमड़ेर का नाम सुर्ख़ियों में है।
बताया जाता है कि शुक्रवार को जस्टिस दीपांकर दत्ता, मुंबई हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार संभालने के लिए कोलकाता से मुंबई; सड़क मार्ग से रवाना हुए थे। यही नहीं जस्टिस बिश्वनाथ सोमड़ेर प्रयागराज (इलाहबाद) हाईकोर्ट से शिलांग हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का पदभार ग्रहण करने के लिए सड़क मार्ग से कोलकाता होते हुए शिलांग पहुंचे थे।
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