BIG BREAKING : “जनता कर्फ्यू” कोरोना के महाप्रकोप से कैसे बचेंगे पुलिस जवान …
*देश में कोरोना को लेकर हाहकार मचा है सरकार ५ या ५ से ज़्यादा लोगों को एक जगह एकत्र नही होने दे रही है लेकिन ख़ुद सरकारी ट्रेनिंग सेंटर में २००-४०० लोग एक साथ रह रहे हैं !
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय प्रशिक्षण केंद्रों जैसे पुलिस अकादमी, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल प्रशासन अकादमी और भी दूसरे विभाग में आज भी ट्रेनिंग चालू है जबकि सभी स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी बंद हैं।
ज़िम्मेदार दबे शब्दों में शासन के आदेश के इंतज़ार की बात कर रहे हैं, पर अफ़सोस की शायद छत्तीसगढ़ पुलिस के सभी ज़िम्मेदार और वरिष्ठ अधिकारी किसी बड़ी दुखद घटना के इंतेज़ार मैं बैठे हैं।
अभी से महज़ आधी रात तक समय ही बचा है देशव्यापी “जनता कर्फ्यू” के शुरू होने में मगर शायद किसी भी वरिष्ठ प्रशासनिक या ज़िम्मेदार पुलिस अधिकारी को इतना वक़्त नहीं मिला की एक बार अपनी सभी शासकीय प्रशिक्षण केंद्रों को एक बार झांक कर देख लेते।
यहाँ सबसे ज़रूरी बात ध्यान देने की यहीं है की कल ही गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने रायपुर निवास कार्यालय में पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम. अवस्थी से चर्चा कर नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश दिए थे।
गृह मंत्री ने कहा कि यदि किसी पुलिसकर्मी में कोरोना वायरस के लक्षण परिलक्षित हो तो उन्हें तत्काल ईलाज के लिए सलाह दे, ताकि आइसोलेशन सेंटर रेफर किया जा सके। मगर अफ़सोस शायद पुलिस विभाग के किसी भी अधिकारी को यह ज़रूरी नहीं लगा की वो गृह मंत्री को इस स्थिति से अवगत कराते या क्या पता शायद कोई बताना भी ना चाहता हो क्यूँकि फिर इस काम को करने की ज़िम्मेदारी, परेशानी और ख़तरा कौन उठायेगा की एक बार मैं एक साथ ६०० से ज़्यादा ऐसे प्रशिक्षु पुलिस कर्मियों को उनके घर भेज सके और वह भी तब; जब Corona का महाप्रकोप अपने चरम पर आ गया।
छतीसगढ़ और उससे सटे हुए सीमावर्ती राज्यों में तो ऊपर बैठा ईश्वर ही सिर्फ़ इन प्रशिक्षु पुलिस जवानों को बचा सकता है क्यूँकि यहाँ नीचे छत्तीसगढ़ मेंं किसी को इनके प्राण या स्वस्थ्य की चिंता नहीं है।
*Mukesh S singh