जेल उप-अधीक्षक और मुख्य प्रहरी के खिलाफ करडेगा चौंकी मे 420 का मामला दर्ज।
जशपुर (hct)। जिला जेल जशपुर के तात्कालीन उप जेल अधीक्षक और मुख्य प्रहरी के खिलाफ जिले के करडेगा चौंकी मे 420 का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। आवेदक सदई यादव का शिकायत आवेदन पत्र की जांच पुलिस के द्वारा की गई । जांच मे पाया गया कि जेल उप अधीक्षक उत्तम पटेल व मुख्य प्रहरी होतम सिंह मौर्य के द्वारा पीडित पक्ष को शासन की ओर से मिलने वाली राशि 21,200 रुपये को पीडित पक्ष के हितग्राही सदई यादव को नहीं देकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अज्ञात महिला निशा यादव को सदई यादव की बेटी बनाकर फर्जी तरिके से राशि आहरण कर गबन किया गया है।
आरोपी उप जेल अधीक्षक उत्तम पटेल व होतम सिंह मौर्य के द्वारा अपराध धारा 420, 409, 467, 468,120 (बी) भा0द0वि0 का अपराध घटित करना पाये जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। सदई यादव पिता रूपो राम यादव निवासी ग्राम सिमडा घटोरा जिला जशपुर के छोटे पुत्र निरंजन यादव द्वारा उसकी पत्नि की हत्या करने के कारण केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में सजा काट रहा था। निरंजन यादव के पारिश्रमिक की 50 प्रतिशत राशि पीडित पक्ष को प्राप्त होती थी। जिसमें जिला जेल जशपुर से पीडित पक्ष की राशि का एक किस्त 6354 रुपये 2 मार्च 2015 को जिला जेल जशपुर से चेक के माध्यम से प्राप्त किया था। आगे की राशि को लेने जिला जेल जशपुर नवंबर 2018 में पहूँचा तो पता चला कि पीडित पक्ष की राशि 21,200 (इक्कीस हजार दो सौ रूपये) जिला जेल जशपुर के तात्कालिक जेल अधीक्षक उत्तम कुमार पटेल एवं लेखा प्रभारी होतम सिंह मौर्य मुख्य प्रहरी द्वारा पीडित पक्ष की राशि 21,200 (इक्कीस हजार दो सौ रूपये) को किसी अज्ञात महिला निशा यादव के नाम से चेक जारी कर गबन कर लिया गया।
पीडित पक्षकार के द्वारा नाम परिवर्तन के लिए जिला जेल जशपुर में कोई आवेदन नहीं किया गया है और न ही उसकी कोई पुत्री है। जिला जेल जशपुर के उक्त जेल अधीक्षक एवं मुख्य प्रहरी ने पीडित पक्ष की राशि का फर्जी तरिके से नाम परिवर्तन कर राशि का गबन कर लिया गया । 2015 मे पीडित पक्ष की राशि का भुगतान मुख्य प्रहरी होतम सिंह मौर्य द्वारा ही किया गया था उसके बाद राशि को किसी निशा यादव को दे दिया गया है।
06 फरवरी 2019 को कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सदई यादव के घर आकर फर्जी स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करने को कहा गया। संदेह होने फर थाना दुलदुला में फोन कर इसके संबंध में सूचना दी गई थी जिसके बाद दो सिपाही आये तो उनमें से एक व्यक्ति की पहचान जेल हवलदार होतम सिंह मौर्य के रूप में हुआ था। वो दोनो व्यक्ति फर्जी तरिके से किये गये गबन के साक्ष्य छुपाने हेतु सदई यादव से हस्ताक्षर कराने के लिय आये थे। उत्तम पटेल वर्तमान मे केन्द्रीय जेल बिलासपुर मे उप जेल अधीक्षक के पद पर पदस्थ है वहीं होतम सिंह मौर्य किसी अन्य मामले मे निलंबन के पश्चात उपजेल मनेन्द्रगढ मे अटैच है।