करोड़ों की ड्रग मामलार: 1900 किलो डोडा-चूरा तस्करी के केस में भी पकड़ा गया था आंजना
भोपाल में पकडे गए करोडों के ड्रग मामले में मुख्य आरोपित हरीश आंजना पर ग्वालियर में भी मामला दर्ज हुआ था। ग्वालियर में भी भारी मात्रा में ड्रग पकडा गया था। इस मामले में आंजना के साथ साथ रतलाम के एक भाजपा नेता को भी आरोपित बनाया गया था। हालांकि पुलिस को आंजना हाथ नहीं लगा था, लेकिन भाजपा नेता को पुलिस रतलाम से पकड कर लाई थी।
HighLights
- भोपाल में पकड़ी है फैक्ट्री, स्थानीय एजेंसियों पर उठे सवाल
- ग्वालियर में ड्रग्स के मामले में भी हुआ था अपराध दर्ज
- रतलाम के भाजपा नेता विवेक पोरवाल भी हुए थे गिरफ्तार
ग्वालियर। भोपाल में पकड़ी गई करोड़ों की एमडी ड्रग फैक्ट्री के मामले में पकड़े गए हरीश आंजना को 6 मार्च 2023 को मंदसौर से ही ग्वालियर की क्राइम ब्रांच और मोहना थाना पुलिस ने भी पकड़ा था। उस समय वह भाजयुमो का मंडल अध्यक्ष था। ग्वालियर में एक ट्रक में पकड़े गए 1900 किलो डोडा-चूरा की तस्करी मामले में रुपयों का लेन देन सामने आने पर उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
पुलिस के अनुसार जब उसे पकड़ा तो समर्थकों ने गाड़ी को घेर लिया था। अपहरण की अफवाह उड़ाई। मुश्किल से उसे लेकर ग्वालियर के लिए निकले तो राजनीतिक रसूखदारों ने ग्वालियर तक पुलिस अधिकारियों को फोन किए। रास्ते से ही छोड़ने का दबाव डाला गया। वह रास्ते भर पुलिसकर्मियों को वर्दी तक उतरवाने की धमकी देता रहा था। जमानत पर बाहर आते ही फिर नशे के काले धंधे में उतर गया।
अगर ग्वालियर पुलिस की कार्रवाई के बाद मंदसौर की स्थानीय पुलिस या फिर मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने वाली एजेंसियां सक्रिय होती तो शायद भोपाल में नशे का इतना बड़ा अड्डा शुरू ही नहीं होता। 23 सितंबर 2022 को जब ग्वालियर के मोहना क्षेत्र में 1900 किलो डोडा-चूरा से भरे ट्रक में चालक संदीप तोमर, रामनारायण तोमर को भी पकड़ा था।
इनकी निशानदेही पर बृजेश सिंह सिकरवार निवासी आगरा को पकड़ा। वह ट्रक मालिक था। उसने बताया था कि हरीश आंजना ने दोनों चालकों को विमान से दीमापुर भेजा। फिर नागालैंड से ट्रक से डोडा-चूरा लेकर इंदौर के लिए रवाना हुए थे। ग्वालियर पुलिस ने पहले फरवरी 2023 में रतलाम के भाजपा नेता विवेक पोरवाल को पकड़ा था। पुलिस ने लेनदेन के ट्रांजेक्शन और बातचीत के आधार पर विवेक को आरोपी बनाया था। विवेक के बाद हरीश गिरफ्तार हुआ।
आरोपित हरीश आंजना के वाट्स एप चैटिंग के रिकार्ड, खाते से नशे के सामान की खरीदारी का ट्रांजेक्शन और टिकट बुक करने का ट्रांजेक्शन मिला था। इसके चलते हरीश को आरोपित बनाया था। एनडीपीएस कोर्ट ने उसे इस तथ्य पर जमानत मिल गई थी कि वह मौके पर नशे के सामान के साथ नहीं पकड़ा गया था। अभी यह मामला अंडर ट्रायल है।
उप-मुख्यमंत्री देवड़ा के साथ तस्वीरों से प्रदेशभर में चर्चा
पांच अक्टूबर को एनसीबी दिल्ली और एटीएस गुजरात ने भोपाल की औद्योगिक नगरी बगरोदा की एक बंद फैक्ट्री से करोड़ों की सिंथेटिक ड्रग्स बरामद की है। इस मामले में मंदसौर से हरीश आंजना को गिरफ्तार किया गया है। हरीश के राजनेताओं के कनेक्शन से जिले सहित प्रदेश स्तर तक राजनीतिक हलचल मची हुई है। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने के बाद कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है।
राजनीतिक रसूखदारों ने की छोड़ने के लिए सिफारिश
ग्वालियर पुलिस ने 1900 किलो डोडा-चूरा से भरा ट्रक पकड़ने के बाद आंजना की मंदसौर से की थी गिरफ्तारी।
राजनीतिक रसूखदारों ने की थी छोड़ने की सिफारिश।
एजेंसियां सक्रिय रहतीं तो नशे का इतना बड़ा धंधा पहले ही पकड़ में आ जाता।