उमरिया में उधार दिए रुपये वापस मांग रहे वृद्ध को कुल्हाड़ी से वारकर मार डाला
पिता का ऋण चुकाना पुत्र का धर्म ही नहीं कर्तव्य भी होता है, लेकिन मध्य प्रदेश के उमरिया में इसके विपरीत देखने को मिला। आवश्यकता पड़ने पर चारों के पिता ने मरने वाले बुजुर्ग सूरज पाल ने कर्ज दिया था ताकि उनका काम न रुके, बेटों ने मौत को ही अंजाम दे दिया।
HIGHLIGHTS
- मानपुर के दुल्हरा में हत्या करने वाले चारों आरोपित गिरफ्तार।
- आरोपितों के पिता को दिए दो लाख रुपये वापस मांग रहा था।
- चारों के पिता की मौत हो चुकी, वापस न करना पड़े, दिया अंजाम।
उमरिया (Umaria Crime)। पुलिस ने दो दिनों में हुई दो हत्या कांड के पांच अारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम ददरी निवासी सूरज पाल पिता चमरू सिंह राठौर की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पिता का उधार लौटाना न पड़े इसलिए चारों ने दिया अंजाम
एसपी निवेदिता नायडू ने बताया कि सूरज पाल की हत्या इसलिए की गई थी क्योंकि वह आरोपितों के पिता को दिए गए दो लाख रुपये की रकम वापस मांग रहा था। आरोपितों के पिता की मौत हो चुकी थी। पिता का उधार लौटाना न पड़े इसलिए चारों आरोपितों ने मिलकर सूरज पाल की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने मनोज पिता हीरालाल राठौर, लालजी पिता हीरालाल राठौर सुभाष राठौर और दुर्गेश राठौर को गिरफ्तार किया है।
हत्या करने की योजना बनाने के पहले की रैकी
सूरज पाल की हत्या करने की योजना बनाने के बाद मनोज पिता हीरालाल राठौर सूरज पाल की रैकी करने में जुट गया। इसके बाद जब हत्या का मौका मिला तो मनोन ने अपने भाई भाई लालजी पिता हीरालाल राठौर और लालजी राठौर के दोनों पुत्र सुभाष राठौर और दुर्गेश राठौर को घटना स्थल पर बुला लिया।
हत्या करने के बाद लाश को नहर में डाल दिया
चारों ने मिलकर सूरज पाल की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी और लाश को नहर में डाल दिया। लाश मिलने के बाद से ही यह साफ हो गया था कि सूरज पाल की हत्या पैसों के लेन-देन को लेकर ही की गई है। पुलिस ने चारो ही आरोपितों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है।