Indore Land Scam: भूमाफिया संजय बांकड़ा ने श्री अग्रवाल कॉलोनी में घर का सपना दिखाकर ठगा, 27 साल से नहीं मिला प्लाट
इंदौर में भूमाफिया संजय बांकड़ा ने श्री अग्रवाल नाम से कॉलोनी काटी थी। इसमें लोगों को अपने घर का सपना दिखाकर कागजों पर प्लाट बेच दिए। अब कई सालों से लोग अपना घर पाने की चाह में लोग कागज लिए भटक रहें हैं। कई पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
HIGHLIGHTS
- स्कीम-140 में जमीनों की कीमतें बढ़ने पर भूमाफिया की नीयत में खोट आ गया l
- पति ने प्लाट खरीदा था, अब कब्जा पाने के लिए 27 साल से पत्नी कर रही संघर्ष।
- पीड़ितों ने भूमाफिया बांकड़ा पर लगाए जान से मारने की धमकी देने के आरोप।
इंदौर(Indore Land Scam)। कागजों पर प्लाट काटने और एक ही प्लाट कई लोगों को बेचकर करोड़ों रुपये डकारने का काम इंदौर में नया नहीं है, मगर इस कारनामे में हर बार नए भूमाफिया खिलाड़ी बनकर आते हैं और जनता के सपने लूटकर डकार जाते हैं।
फिर आम जनता इन भूमाफिया के चक्कर पर चक्कर लगाती है और तब तक लगाती रहती है, जब तक कि वह थककर हार न मान ले या समझौता न कर ले। ऐसा ही एक मामला ग्राम बिचौली मर्दाना में डेवलप हुई रूपरेखा गृह निर्माण सहकारी संस्था से जुड़ा है।
इस कॉलोनी को बेचने वाले भूमाफिया ने ‘श्री अग्रवाल’ नाम से कॉलोनी काटी, प्लाट बेचे, सपने दिखाए। जिन लोगों ने यहां जीवनभर की पूंजी लगाकर अपने सपनों का घर बनाने के लिए प्लाट खरीदा, उन लोगों को 27 साल बाद भी प्लाट पर कब्जा नहीं मिला है।
इस कॉलोनी के प्लाट भूमाफिया संजय बांकड़ा ने बेचे थे। थानों में दर्ज केस बताते हैं कि बांकड़ा ने कागजों पर प्लाट बेचकर लोगों के करोड़ों रुपये डकारे। पीड़ित बरसों से पेपर की पोटली लेकर बांकड़ा के चक्कर लगा रहे हैं। थके-हारे पीड़ितों ने अब मुख्यमंत्री और पुलिस से गुहार लगाई है, लेकिन माफिया का रसूख ऐसा है कि शिकायत थाने पहुंचते ही उसके पास खबर पहुंच जाती है।
यह है धोखाधड़ी के कुछ मामले
- केस-1 : श्यामनगर (एनएक्स) निवासी विमल कनवासिया ने कलेक्टर को शिकायत की है। विमल के पति धन्नालाल कनवासिया ने भूखंड खरीदा था। पंजीयन विभाग में विक्रय पत्र निष्पादित हो गया, लेकिन प्लाट आज तक नहीं मिला। विमल के मुताबिक पिछले 27 सालों में कई बार कॉलोनाइजर से संपर्क किया, लेकिन वह हर बार झूठे आश्वासन देता है। कुछ दिनों पूर्व उसने धमकाया और कहा कि प्लाट भूल जाओ। स्कीम-140 में जमीन के भाव आसमान छू रहे हैं। कीमतें बढ़ने पर भूमाफिया की नीयत में खोट आ गया है।
- केस-2 : तारा रोड जुहू (मुंबई) निवासी धर्मेंद्र वीआर वोरा ने भी गौरव पुत्र राधेश्याम गर्ग के खिलाफ कलेक्टर आशीष सिंह को शिकायत की है। वोरा ने वर्ष 1997 में भूखंड (374) का सौदा किया था। आरोपित ने भूखंड का आधिपत्य आज तक नहीं सौंपा। शिकायतकर्ता मौके पर पहुंचे तो पता चला कि कॉलोनी में 374 नंबर का भूखंड ही नहीं है। बांकड़ा ने सहारा इंडिया की जमीन पर भूखंड का आवंटन किया था। आरोपित ने बेईमानी और छल कर पीड़ित से लाखों रुपये ले लिए। इस मामले की थाने में भी शिकायत की गई है।
- केस-3 : कालानी नगर निवासी राकेश ताराचंद अग्रवाल ने भी शिकायत की है। राकेश ने 25 सितंबर 1997 को भूखंड (49) का सौदा किया था। आरोपित ने विकास के नाम पर भी मोटी रकम वसूल ली, लेकिन आधिपत्य आज तक नहीं सौंपा। पीड़ित कई बार बात करने गया, लेकिन उसे प्लाट की लोकेशन तक नहीं बताई गई। उसका आरोप है कि बांकड़ा ने सहारा सिटी की जमीन पर प्लाट बेचकर रुपये लिए हैं। अब बांकड़ा बोलता है प्लाट को भूल जाओ।
कागजों पर प्लाट थे, जमीन पर मिले ही नहीं
ग्राम बिचौली (मर्दाना) में रूपरेखा गृह निर्माण सहकारी संस्था द्वारा सर्वे क्रमांक 92.97/1/2 154/1/1 155.157/2 158.189/1.190/1 पर स्कीम-140 में ‘श्री अग्रवाल’ के नाम से कॉलोनी काटी थी। पाश इलाके में विकसित इस कॉलोनी में लोगों ने लाखों रुपये जमा कर प्लाट खरीदे, लेकिन 27 साल बाद भी कब्जा नहीं मिला।
अनुबंध, रजिस्ट्री और नक्शा लेकर मौके पर पहुंचे तो पता चला कि दस्तावेजों पर आवंटित प्लाट अस्तित्व में ही नहीं हैं। तब लोगों को पता चला कि प्रबंधक गौरव गर्ग उर्फ संजय बांकड़ा ने कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से धोखा किया है। पीड़ित बताते हैं कि प्लाट के बारे में चर्चा करने पर बांकड़ा धमकाता है और कहता है कि वह रसूखदार है, गोली मार कर हत्या करवा देगा।
पीड़ितों को धमका रहा है बांकड़ा
एक पीड़ित कमल अग्रवाल (रेसकोर्स रोड) की शिकायत पर 27 जुलाई को कनाड़िया पुलिस ने गौरव गर्ग उर्फ संजय बांकड़ा (मीरा पथ), मोनिका भाटिया (लालाराम नगर), अमित चांडक (सुखलिया), साधना लाड (राणीसती कॉलोनी) के विरुद्ध केस दर्ज किया, लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं ली। बताया जाता है कि बांकड़ा अपने समाज में पदाधिकारी हैं। फरारी के दौरान भी वह नेताओं और अफसरों के जरिए पीड़ितों को धमका रहा है।
बांकड़ा के पिता पर भी धोखाधड़ी में लिप्त होने का आरोप
छावनी अनाज मंडी के कारोबारी कमल अग्रवाल का आरोप है कि उन्होंने फरवरी 2008 में गौरव उर्फ संजय बांकड़ा के पिता राधेश्याम गर्ग से संपर्क किया था। गर्ग उस वक्त संस्था के डायरेक्टर के पद पर थे। उन्होंने संजय के पास भेजा और कहा कि वह फिलहाल अध्यक्ष हैं। आरोपित गौरव ने लाखों रुपये लेकर प्लाट क्रमांक 136(ए) का अनुबंध कर दिया, जबकि उक्त नंबर का प्लाट अस्तित्व में नहीं था। कमल ने कनाड़िया थाना में शिकायत की है।