मोबाइल पर ऐसा मैसेज आए तो आप सतर्क रहें … पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर एक माह में एक करोड़ रुपये ठगे गए
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के बीच ठगों ने अब पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर भी लोगों को ठगना आरंभ कर दिया है। जानकारी के अनुसार युवा से लेकर विभिन्न आयु वर्ग के लोग ठगों के झांसे में आ चुके हैं और अपनी मोटी राशि गंवा चुके हैं।
HIGHLIGHTS
- पढ़े-लिखे युवाओं से लेकर रिटायर्ड अफसर तक फंसे।
- पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर लोग आ जाते हैं झांसे में।
- टेलीग्राम एप में जोड़ने के बाद लोगों को उलझाते हैं ठग।
ग्वालियर। पार्ट टाइम नौकरी…इंटरनेट मीडिया पर या फिर आपके मोबाइल पर मैसेज आए तो सावधान हो जाएं। आप ठगे जा सकते हैं। ठगों ने पार्ट टाइम नौकरी का झांसा देकर एक माह के अंदर एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली। पढ़े-लिखे युवाओं से लेकर रिटायर्ड अफसर तक ठगे गए हैं।
अब नहीं पकड़ा गया कोई
इन्हें रोकने में तो पुलिस नाकाम है ही, अब तक एक भी आरोपित पकड़ा नहीं गया है। सिर्फ एफआईआर और इसके बाद जांच ही चल रही है। जानिए…पार्ट टाइम नौकरी के नाम पर किस तरह ठग रहे हैं ठग, ऐसा कौन-सा मोबाइल एप्लीकेशन है, जिसके जरिये आप ऐसे ठगों का शिकार हो सकते हैं।
केस-1
- सिटी सेंटर इलाके में रहने वाले डाॅक्टर दंपत्ति की बेटी को पार्ट टाइम नौकरी का झांसा दिया गया। पहले करीब एक हजार रुपये उनके खाते में आ गए। इसके बाद 41.96 लाख रुपये की ठगी हो गई।
केस-2
- थाटीपुर इलाके में रहने वाले बीएसएनएल के रिटायर्ड एसडीओ के साथ ठगी हुई। उनके साथ साढ़े पांच लाख रुपये की ठगी हुई। रिटायरमेंट पर उन्हें जो पैसा मिला था, उसके जरिये घर बैठे मोटी कमाई का लालच देकर ठगी कर ली गई।
केस-3
- दीनदयाल नगर में रहने वाली ग्रहिणी के मोबाइल पर पार्ट टाइम जाॅब का मैसेज आया। उनके साथ ठगों ने 11 लाख रुपये की ठगी की।
टेलीग्राम एप – इसी के जरिये पार्ट टाइम जाॅब के नाम पर ठगी
पार्ट टाइम जाॅब के नाम पर ठगी का सबसे बड़ा जरिया टेलीग्राम एप है। सबसे पहले ठग एसएमएस, वाॅट्सएप मैसेंजर पर मैसेज भेजते हैं। इसके बाद लिंक के जरिये टेलीग्राम एप में ग्रुप में जोड़ लेते हैं। फिर शुरू होता है ठगी का खेल।
पहले 50 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक खाते में भेजते हैं, लालच आते ही लाखों की ठगी…समझिए कैसे
- टेलीग्राम एप में जोड़ने के बाद वीडियो लाइक, ओटीटी प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन बढ़ाने, मूवी, वीडियो, रील्स को रेटिंग देने का टाॅस्क दिया जाता है।
- टाॅस्क पूरा होने पर 50 रुपये से लेकर एक हजार रुपये तक खाते में भेज दिए जाते हैं और फंसा लिया जाता है।
- जब लोगों को लगता है कि यह बहुत आसान है और सिर्फ लाइक, शेयर करने के बाद ही खाते में पैसा आ जाता है तो लालच बढ़ जाता है।
- इसके बाद पहले रुपये जमा कराए जाते हैं। अलग-अलग टास्क पूरा होने पर पे-वाॅलेट बना दिया जाता है।
- इसमें आनलाइन तो रकम बढ़ती दिखती है, लेकिन जैसे ही लोग इसे खाते में ट्रांसफर करने के लिए प्रयास करते हैं तो एरर आता है।
- इसके बाद इनकम टैक्स और अन्य टैक्स का झांसा देकर और पैसा मांगा जाता है। एक बार फंसने के बाद इसमें लोग और फंसते चले जाते हैं।