महादेव सट्टा एप में ACB-EOW की कार्रवाई… दो और सटोरिए दुर्ग से गिरफ्तार, पैनल चलाने का करते थे काम
ईओडब्ल्यू और एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट की टीम ने रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में 10 स्थानों पर छापेमारी की। पुणे में भी टीम पतासाजी कर रही है। महादेव सट्टा एप के संचालक सौरभ चंद्राकर के करीबी यामंत चंद्राकर और ओमप्रकाश चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद से कार्रवाई तेज हो गई है।
HIGHLIGHTS
- एक आरोपित दुबई से लौटकर कर रहा था सट्टे का संचालन l
- ईओडब्ल्यू और क्राइम ब्रांच की टीम ने की छापेमार कार्रवाईl
- EOW ने भिलाई के बर्खास्त पार्षद के घर पर भी दी थी दबिश।
रायपुर। ऑनलाइन महादेव सट्टा एप के पैनल चलाने वाले विश्वजीत राय और अतुल राय को एसीबी-ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की टीम ने सोमवार को दुर्ग के खुर्सीपार के बंगाली मोहल्ला से हिरासत में लिया है। वहीं दो आरोपित फरार हैं।
ईओडब्ल्यू और एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट की टीम ने रायपुर सहित प्रदेश के अलग-अलग 10 जगहों पर छापेमार कार्रवाई की है। पुणे में भी टीम पतासाजी कर रही है। महादेव सट्टा एप के संचालक सौरभ चंद्राकर के करीबी यामंत चंद्राकर और ओमप्रकाश चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद कार्रवाई तेज कर दी गई है।
बर्खास्त पार्षद के घर पर ईओडब्ल्यू की दबिश
विश्वजीत राय पूर्व में जिम चलाता था, फिलहाल जिम बंद है। वह दुबई भी जा चुका है। वहीं ईओडब्ल्यू की टीम ने फरीद नगर निवासी सद्दाम और भिलाई के बर्खास्त पार्षद के घर पर भी दबिश दी थी। सद्दाम के घर पर ताला लगा मिला और पार्षद का भाई घर से भाग गया है।
सद्दाम दो बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। उसे सबसे पहले अंबिकापुर में पैनल चलाते हुए गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद भी उसने यह काम नहीं छोड़ा और दोबारा छत्तीसगढ़-झारखंड बार्डर से उसे गिरफ्तार किया गया था। सद्दाम रांची में पैनल ऑपरेट करता था। सद्दाम के घर पर ईडी की रेड भी पड़ चुकी है।