कोरोना काल में गैरेज बंद हो गया था, आर्थिक तंगी के चलते कलेक्टोरेट जाकर जहर खा लिया
उधर घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद उद्योग विभाग के अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और अजीत सिंह के स्वजनों से पारिवारिक जानकारी प्राप्त करके योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।
HIGHLIGHTS
- आर्थिक तंगी से परेशान युवक ने खाया जहरीला पदार्थ
- कुछ साल पहले सड़क हादसे के बाद बंद हो गया था गैरेज
- जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा उपचार
देवास। आर्थिक तंगी से परेशान शिप्रा निवासी एक युवक ने बुधवार दोपहर कलेक्ट्रेट में जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने के बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जहरीला पदार्थ खाने वाले युवक का नाम अजीत सिंह पुत्र बाबू सिंह है। युवक की पत्नी परमजीत ने बताया उनके पति का देवास में ऑटो गैरेज था, कोरोना काल में एक्सीडेंट में पति के घायल होने के बाद वह बंद हो गया और धीरे-धीरे हम कर्ज में फसते गए। हमारे दो बेटे हैं आर्थिक तंगी के कारण दोनों की पढ़ाई छूट गई। मैं भी एक चॉकलेट कंपनी में काम कर रही हूं। आर्थिक तंगी से परेशान होकर पति ने ऐसा कदम उठाया है। जिला अस्पताल में उनको आराम नहीं हो रहा है इंदौर रेफर करवाने का सोच रहे हैं।