Crime
बीटेक छात्र की खुदकुशी में नया मोड़, स्वजन बोले- मैनिट में आसानी से होती है ड्रग्स की सप्लाई
मृतक छात्र के पिता ने पुलिस को पत्र लिखकर कहा कि ड्रग्स के दलदल में फंसकर उनके बेटे की मौत हुई है, इसलिए पुलिस हत्या या आत्महत्या को लेकर उकसाने के संबंध में जांच करे। पुलिस ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का दिया आश्वासन।
HIGHLIGHTS
- 22 सितंबर को रूम में फांसी पर लटका पर मिला था छात्र का शव।
- मृतक छात्र के पिता ने पुलिस को पत्र लिखकर जाहिर की आशंका।
- मैनिट डायरेक्टर ने संस्थान में ड्रग्स सप्लाई के आरोपों को झूठा बताया।
भोपाल। पिछले महीने मैनिट के ब्लॉक-5 में मृत मिले आदित्य सोहाने के मामले में अब नया मोड़ सामने आ रहा है। अब आदित्य के पिता ने संस्थान में आसानी से ड्रग्स सप्लाई के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आदित्य ने उन्हें कई बार बताया था कि मैनिट में छात्रों तक ड्रग्स और नशीले पदार्थों की सप्लाई बड़े आराम से होती है। ऐसे में कई छात्र नशे की गिरफ्त में भी हैं। इतना ही नहीं, उसने यह भी बताया था कि कुछ दिनों पहले मैनिट के स्टाफ ने भी छात्रों को नशा करते हुए पकड़ा था और उन पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था।
पुलिस ने दिया जांच का आश्वासन
आदित्य के पिता बीएन सोहाने ने इस मामले को लेकर पुलिस को एक पत्र भी लिखा था। पत्र में आशंका जताई थी कि मेरे बेटे की मौत भी ड्रग्स के दलदल में फंसकर हुई है, इसलिए पुलिस हत्या या आत्महत्या को लेकर उकसाने के संबंध में जांच करे। बीएन सोहाने ने बेटे की मौत के बाद पत्र भोपाल पुलिस को लिखा था। यह पत्र इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित भी हुआ, जिसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने जांच करने के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बिकते हैं नशीले पदार्थ
नशीले पदार्थ की तस्करी को लेकर संस्थान के प्रोफेसर और छात्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि संस्थान के छात्र तस्करों के निशाने पर हैं। छात्रों को नशा करते हुए कई बार मैनिट के स्टाफ ने पकड़ा है। कभी आर्थिक दंड तो कभी एक निश्चित समय के लिए सस्पेंड भी किया गया है, परंतु आज तक ड्रग सप्लाई करने वालों को पकड़ा नहीं गया।
कमरे में लगाई थी फांसी
सीएसई विभाग में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र आदित्य सोहाने पढ़ाई में होनहार था। 21 सितंबर की रात वह ब्लॉक-5 में ही अपने जूनियरों को पढ़ाकर देर रात अपने रूम में गया था। सुबह मेस में भोजन के लिए नहीं पहुंचा तो उसके दोस्त रूम में गए। रूम का दरवाजा खुला था और आदित्य फंदे पर लटका था। उसकी मौत के बाद आदित्य के दोस्तों को भी संदेह था। अब परिवार ने भी हत्या या आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर जांच की मांग की है।
इनका कहना है
आत्महत्या करने वाले विद्यार्थी के अभिभावक द्वारा लगाए गए आरोप की जांच पुलिस करेगी। जहां तक संस्थान में विद्यार्थियों के ड्रग्स सेवन की बात है तो यह झूठ है। अब तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। विद्यार्थियों को नशामुक्ति के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके लिए विद्यार्थियों की एक समिति भी बनाई गई है। अगर कोई विद्यार्थी ड्रग्स के साथ पकड़ा जाता है तो उसे पुलिस के सामने पेश किया जाएगा।