कोल गेट से निकला राजा भी चोर…!
अनूपपुर जिले में कोयला माफियाओं के हाथ कितने लंबे हैं और यह अपनी सत्ता पक्ष की पकड़ का नाजायज फायदा उठाकर अपने इस काले धंधे का कारोबार चल रहे हैं।
कहावत है – “बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्लाह” यह सिर्फ कहावत ही होती तो बात और होती, मगर मध्यप्रदेश के शहडोल जिला के पूर्व विधायक और उसके बिगड़े नवाब के कारनामों के बीच यही एक कहावत फिट बैठ रहा है। जनचर्चा के बीच छोटे मियां को “सम्भाग के डान” का दर्जा प्राप्त है। कारण, इस रसूखदार के ऊपर अदालत में कई गम्भीर मामले विचाराधीन हैं। मुख्यमंत्री भी इनके दरवज्जे में मत्था टेकते हैं जनाब।
अनूपपुर (मध्य प्रदेश) hct desk : मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले से प्राप्त ख़बरों के मुताबिक रामनगर पुलिस द्वारा बीते दिनों कोयले से लदे पांच ट्रेलर पर जबरा कार्यवाही से समूचा मध्यप्रदेश में खाकी की पीठ थपथपाई का मस्त माहौल बना हुआ रहा। मगर, खाकी की इस कार्यवाही पर उठते कुछ सवाल ने खाकी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
कौन है वो शख्स जो कोल कांड में रह गया बेपर्दा
रामनगर (अनूपपुर) पुलिस ने जिले में चल रहे कोयले के अवैध कारनामों को उजागर करने की दिशा में बेहतर कार्य को अंजाम दिया है। मगर साहब, खाकी पर तो वैसे भी बदनामी के चोली-दामन का साथ जुड़ा हुआ है, अतः संदेह लाजमी है। चूँकि कोयले से लदी अवैध परिवहन में लगे पांच ट्रेलर को पकड़ कर पुलिस ने जो सनसनीखेज कारनामा किया है वाकई बधाई के पात्र हैं। पुलिस ने वाहन चालकों से पूछताछ में ट्रेलर में लोड कोयला के सम्बंध में जानकारी चाही गई, कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए जाने एवं चोरी का कोयला होने के आधार पर एफआईआर में पवन मेसर्स का नाम तो दर्ज कर लिया; परन्तु इस कारनामे को अंजाम देने वाले फर्म के असल मालिक को नाम बेपर्दा रहने दिया…
अवैध कोयला और परिवहन में प्रयुक्त वाहन जप्त
मध्य प्रदेश पुलिस ने जब कोल कांड में प्रयुक्त जिन वाहनों (ट्रेलरों) को पकड़ा उक्त पांचों ट्रेलरों में लोड अवैध कोयला खनिज कुल 181 टन कीमती करीबन 500422 रुपये (पांच लाख चार सौ बाईस रूपये) एवं 05 ट्रक कीमत जुमला 1,75 लाख रूपये (एक करोड पचहत्तर लाख रूपये) 1,8000,422 (एक करोड अस्सी लाख चार सौ बाईस रूपये) को बकायदा विधिवत जप्त तो कर लिया मगर संदेह की सुई ने स्थानीय पत्रकारों बेचैन कर रखा था। सो, भटकती आत्माओं ने अपनी पैनी ज्ञान चक्षुओं से जप्तशुदा वाहन के मालिक को खोज निकाला, और जो खबर छनकर आई उसका सार यह कि…
पत्रकारों ने किया कोल माफिया का नाम उजागर
अवैध कोयले से लदे पांच ट्रेलर जिसके मालिक पवन मेसर्स बुढार है। यह महज एक कंपनी का नाम है और इस कंपनी के असल मालिक कोल माफियाओं में शुमार शहडोल के पूर्व विधायक छोटे लाल सरावगी के बिगड़ैल नवाब राजकुमार सरावगी उर्फ राजा है ! इस बात का खुलासा; पुलिस भले ही अभी तक नहीं कर पा रही है। लेकिन सच यही है कि परिवहन विभाग शहडोल में इस कंपनी जो पता दर्ज है वह राजा कंपलेक्स अमरकंटक रोड बुढार है और इस परिसर के मालिक भी यही राजा सरावगी है।
ऐसे हुआ खुलासा
पत्रकारों ने जब आरटीओ कार्यालय शहडोल पहुंचकर पकड़े गए ट्रेलर के रजिस्टर्ड मालिक पवन मेंसर्स के बारे में जानकारी हासिल किया तो पते के रूप में ‘राजा काम्प्लेक्स, अमरकंटक रोड, बुढ़ार‘ का पता लगाया तो यह स्पष्ट हो गया कि यह राजा काम्प्लेक्स किसी और का नहीं बल्कि राजा सरावगी का ही है। इस संबंध में जब रामनगर थाने के थाना प्रभारी अमर वर्मा से बातचीत की गई तो उनका भी कहना था कि राजा सरावगी का ही नाम स्पष्ट रूप से सामने आ रहा है और पुलिस कुछ तथ्य जुटाने में लगी हुई है, जैसे ही पुलिस के पास ठोस तथ्य उपलब्ध हो जाएंगे, राजा सरावगी को मुख्य अभियुक्त बना दिया जाएगा।
सत्ता पक्ष के साथ कोल माफिया राजा सरावगी के हाथ
फिलहाल पुलिस कब क्या करेगी यह तो नहीं पता, क्योंकि इस पूरे नेटवर्क को संचालित करने वाले कोल माफिया राजा सरावगी के हाथ सत्ता पक्ष के गलियारों में बहुत मजबूत है और यही कारण माना जा रहा है कि पुलिस ने पहले दिन ही सब कुछ जानते हुए भी राजा सरावगी की जगह उनकी कंपनी को अभियुक्त बनाकर सरकार और पब्लिक की आँखों में मिर्ची झोंकने का कार्य किया है।