सिपाही को बोनट पर लटकाकर घसीटने वाले पर एफआइआर
पुलिस ने आखिर कार सिपाही को टक्कर मारने के बाद बोनट पर लटकाकर 200 मीटर तक घसीटने वाले पर मामला दर्ज कर लिया है।ब्रिजेंद्र को टक्कर मारी और बोनट पर लटकाकर ले गया। इस घटना के बाद सिपाही ने पुलिस अधिकारियों को इस बारे में बताया, लेकिन इस घटना पर सख्त कार्रवाई करने की जगह घटना को दबा दिया गया था।

HIGHLIGHTS
- इंदौर जैसी घटना ग्वालियर में भी, नईदुनिया के खुलासे पर आखिर हुई एफआइआर
- 200 मीटर तक आरक्षक को घसीटते गए सिरफिरे, अभी नहीं हुई थी कार्रवाई
- पुलिस के अफसरों ने ही इस मामले को दबाने का किया था प्रयास
ग्वालियर। ट्रैफिक पुलिस के सिपाही को टक्कर मारने के बाद बोनट पर लटकाकर 200 मीटर तक घसीटने वाले सिरफिरे कार चालक पर आखिर पुलिस ने एफआइआर दर्ज की। कार चालक टक्कर मारकर भाग रहा था, जब उसे ट्रैफिक पुलिस के सिपाही ब्रिजेेंद्र सिंह ने रोकने का प्रयास किया तो उसे टक्कर मारने के बाद बोनट पर लटकाकर ले गया था।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी जब्त कर लिए हैं। जिसमें साफ-साफ यह घटना नजर आई है। इस घटना के फुटेज एसपी धर्मवीर सिंह के पास पहुंचे, तब उन्होंने तुरंत इस मामले में एफआइआर दर्ज कराई। यहां बता दें कि इससे पहले इंदौर में इस तरह की घटना हुई थी। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब बहुप्रसारित हुआ था। कार चालक पर इंदौर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की थी। कार चालक भी ग्वालियर का रहने वाला निकला था।
10 अक्टूबर को झांसी रोड ट्रैफिक थाने में पदस्थ सिपाही ब्रिजेंद्र सिंह अपने साथियों के साथ माधवनगर गेट पर तैनात था। इसी दौरान वायरलैस सेट पर मैसेज चला कि लाल रंग की आइ-10 कार टक्कर मारकर भाग रही है। कार माधवनगर गेट के पास पहुंचने वाली थी तभी ब्रिजेंद्र की नजर उस पर पड़ गई। ब्रिजेंद्र ने हाथ से इशारा किया लेकिन वह नहीं रुका।
पुलिस कंट्रोल रूम के कैमरों घटना कैद
फिर ब्रिजेंद्र को टक्कर मारी और बोनट पर लटकाकर ले गया। इस घटना के बाद सिपाही ने पुलिस अधिकारियों को इस बारे में बताया, लेकिन इस घटना पर सख्त कार्रवाई करने की जगह घटना को दबा दिया गया था। खबर प्रकाशित होने के बाद एसपी धर्मवीर सिंह ने तुरंत फुटेज दिखवाए। पुलिस कंट्रोल रूम के कैमरों में यह पूरी घटना कैद हुई। जिसमें सिपाही को बोनट पर लटकाता हुआ नजर आया। इसके बाद एसपी ने शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने, खतरनाक तरीके से वाहन चलाने सहित अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की।
कार चालक की पहचान नहीं
कार चालक की पहचान अभी नहीं हो सकी है। इस पर एसपी धर्मवीर सिंह ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि ऐसे लोगों को पकड़ें और जेल भेजें। इस तरह की घटना करने वालों को सबक सिखाया जाना चाहिए। जिससे भविष्य में वर्दी का सम्मान करें।
ऐसी लापरवाही…जान चली जाती
कार चालक के बारे में आरक्षक ब्रिजेंद्र सिंह से जब नईदुनिया ने बात की तो उसने बताया कि बोनट पर लटकाकर कार चालक भाग रहा था। फिर तेज गति में उसने स्टेयिरिंग घुमाई, जिससे उछलकर वह सड़क पर गिरा। उसे चोट भी लगी है। उसकी जान तक जा सकती थी।