गोली चली फिर भी नहीं लिखी रिपोर्ट, फंसे पुरानी छावनी थाना प्रभारी लाइन हाजिर
एसपी ने पुरानी छावनी थाना प्रभारी विनय तोमर को लाइन हाजिर कर दिया है। थाना प्रभारी ने फायरिंग के मामले में फरियादी पक्ष की ओर से शिकायत नहीं लिखी थी। यहां तक कि उनका आवदेन तक नहीं लिया था। शिकायत मिलने के बाद एसपी ने एएसपी से मामले की जांच कराई। जांच के बाद उन्होंने थाना प्रभारी को लाइन अटेच कर दिया।
HIGHLIGHTS
- लापरवाही बरतना भारी पड़ा पुरानी छावनी थाना प्रभारी को
- शिकायत मिलने के बाद एसपी ने कराई एएसपी से जांच
- दोनों पक्षों की ओर से हुई क्रास एएफआई दर्ज
ग्वालियर। गोली चलने के बाद भी रिपोर्ट न लिखना पुरानी छावनी थाने के टीआइ विनय सिंह तोमर को भारी पड़ गया। उनकी इस लापरवाही को एसपी धर्मवीर सिंह ने गंभीरता से लेते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। गोलीबारी की रिपोर्ट न लिखने पर दोबारा दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ और गोलियां चली। 14-15 अक्टूबर की रात करीब 2.30 बजे पुरानी छावनी क्षेत्र में रहने वाले अरविंद सिकरवार के घर के बाहर रेशू भदौरिया ने हंगामा किया।
इस दौरान गोली भी चली। इसकी सूचना पुरानी छावनी थाना प्रभारी विनय सिंह तोमर को मिली, लेकिन वह घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। थाने में जब फरियादी शिकायत लेकर पहुंचा तो एफआइआर दर्ज करना तो दूर शिकायती आवेदन तक नहीं लिया गया। इसके बाद यही विवाद बढ़ गया।
दोनों ओर से तीन एफआइआर दर्ज हुई। एसपी धर्मवीर सिंह को जब पता लगा तो उन्होंने एएसपी श्रीकृष्ण लालचंदानी को जांच के आदेश दिए। एएसपी ने जांच में थाना प्रभारी की लापरवाही की पुष्टि की। इसके बाद सोमवार को थाना प्रभारी तोमर को लाइन हाजिर कर दिया गया।
महाराजपुरा में फिर चली आमने-सामने गोलियां, बाल-बाल बचे लोग, क्रास एफआइआर दर्ज
- महाराजपुरा क्षेत्र में एक बार फिर दो पक्षों के बीच आमने-सामने जमकर गोलियां चलीं। गनीमत रही दोनों ही पक्ष में से किसी को गोली नहीं लगी। इस मामले में पुलिस ने क्रास एफआइआर दर्ज की। इससे पहले भी महाराजपुरा थाना क्षेत्र में गोलीबारी की घटना हो चुकी हैं। जमीनी विवाद में गोलीबारी की घटनाएं यहां सबसे ज्यादा हो रही हैं।
- महाराजपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बैजनाथ धाम कालोनी में कल्याण सिंह गुर्जर और वकील गुर्जर के बीच प्लाट को लेकर विवाद चल रहा है। कल्याण सिंह गुर्जर का जहां मकान है, वहीं शिवनारायण गुर्जर का प्लाट है। शिवनारायण गुर्जर जब भी निर्माण कार्य करने जाता है, यहां विवाद शुरू हो जाता है।
- कल्याण गुर्जर ने बताया कि वह शिवनारायण गुर्जर के प्लाट की नींव खुदवा रहा था। इसी दौरान भानु, रामवरण, माखन गुर्जर और रामनरेश आ गए।
- इन लोगों ने प्लाट पर निर्माण कार्य करने से रोका। प्लाट को अपना बताने लगे और गोलियां चलाई। जबकि वकील गुर्जर ने पुलिस को बताया कि शिवनारायण के प्लाट पर काम चल रहा था, उसने रेत-गिट्टी उसके घर के दरवाजे पर डाल दी। जब इसे हटाने के कहा तो उसने अपने साथी सुनील, कल्याण, जगत सिंह के साथ मिलकर गोलियां चलाई।
- गोली चलने की सूचना पर पुलिस यहां पहुंची और क्रास एफआइआर दर्ज की। दोनों पक्षों की ओर से कोई घायल नहीं है। इससे पहले भी यहां जमीनी विवाद पर गोलीबारी की घटना हो चुकी है।