भोपाल के सूरज रैकवार हत्याकांड में फरार दो आरोपित रायसेन से गिरफ्तार
मुख्य आरोपित नीतेश ने पूछताछ के दौरान बताया था कि पुरानी रंजिश के चलते 28 जुलाई को वे लोग सूरज रैकवार को शराब पार्टी करने के बहाने से महोली में सुनसान पड़े खाली भूखंड पर ले गए थे। वहां अधिक शराब पिलाने के बाद सूरज की हत्या कर उसका शव पास के दूसरे भूखंड की दीवार की दूसरी तरफ फेंक दिया था।
HIGHLIGHTS
- माहोली के जंगल में मिले नरकंकाल का मामला।
- दो आरोपित पहले ही हो चुके थे गिरफ्तार।
- रिमांड अवधि पूरी होने पर पुन: कोर्ट में पेश किया गया।
भोपाल। छोला मंदिर थाना पुलिस ने नौ अगस्त की सुबह माहोली के जंगल में 12 दिन से लापता किसान सूरज रैकवार का कंकाल बरामद किया था। वह खेती किसानी करते थे। पुलिस ने 10 अगस्त को हत्या के आरोप में दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दो आरोपित फरार चल रहे थे।
पुलिस ने फरार आरोपितों को सोमवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया था। उनके पास से हत्या में उपयोग किए गए चाकू बरामद किए हैं। मंगलवार को रिमांड अवधि पूरी होने पर उन्हें पुन: कोर्ट में पेश किया गया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
छोला मंदिर थाना प्रभारी सुरेशचंद्र रैकवार ने बताया कि खेजड़ा निवासी 45 वर्षीय सूरज रैकवार किसानी करते थे। 28 जुलाई की रात से सूरज लापता हो गए थे। 29 जुलाई को उनकी पत्नी संतोषी बाई ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
नौ अगस्त की सुबह माहोली के जंगल में एक नरकंकाल मिला था। उस पर मिले कपड़े और पास पड़ी चप्पलों के आधार पर स्वजन ने मृतक की शिनाख्त सूरज रैकवार के रूप में की थी। इस मामले में पुलिस ने स्वजन के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदेही खेजड़ा निवासी नीतेश छुट्टीलाल पंथी और चुन्नीलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
नीतेश ने चुन्नीलाल रैकवार, प्रशांत और संदीप अहिरवार के साथ मिलकर सूरज की हत्या करना कबूल कर लिया। घटना के बाद से प्रशांत और संदीप अहिरवार फरार चल रहे थे। दोनों को पुलिस टीम ने सोमवार को रायसेन से गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। मंगलवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।