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Chhattisgarh

गरियाबंद : जिले से उठी धार्मिक स्थलों, मंदिरों को खोलने की मांग।

आदिवासी राज गोंड समाज ने किया सामाजिक दायित्वों का निर्वहन

रियाबंद। जिले के सामाजिक कार्यकर्ता व कार्यकारिणी अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ साहू समाज रायपुर संभाग, रूपसिंग साहू ने केंद्र व राज्य सरकार से धार्मिक स्थलों व मंदिरों को शशर्त खोले जाने की मांग की है। इस विषय पर उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन मुख्य सचिव आर.पी. मंडल को भी आग्रह पत्र प्रेषित किया है।

एक लाख 87 हजार 500 रूपये प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा

जिले के मैनपुर विकासखण्ड अंतर्गत आदिवासी राज गोंड़ समाज केन्द्र सभा झरगांव के सभापति द्वारा कोरोना वायरस से बचाव और राहत के लिए एक लाख 87 हजार 500 रूपये की सहायता राशि प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई गई है। कलेक्टर कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार समाज के द्वारा प्रधानमंत्री सहायता कोष में 61 हजार 750 रूपये और मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख 25 हजार 750 रूपये की राशि जमा की गई है।

रूपसिंग साहू

आस्था के केंद्र को खोलने की मांग

रूपसिंग साहू कहते हैं की, देश के करोड़ों लोगो की भावनाओं एवं श्रद्धा को ध्यान में रखते हुए आस्था के केंद्र धार्मिक स्थल एवं मंदिरों को अब खोल दिया जाना चाहिए , भारतीय संस्कृति मे दिन की शुरुआत ही शंख एव घंटियों की आवाज तथा मंत्रों से होती है।

भारतीय सनातन धर्म को मानने वाले लोग विभिन्न अवसरों पर नियमित रूप से ईश्वर के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने मंदिर एवं धार्मिक स्थलों पर जाते रहते हैं जब से लाकडाउन शुरू हुआ तब से राज्य व केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए समस्त कार्यालय दुकानों एवं मंदिरों को बंद करने का आदेश जारी किया, लेकिन जैसे-जैसे लॉक डाउन मे ढील दी गई है वैसे दुकानों कार्यालय के खुलने का क्रम शुरू हुआ है

आज छोटी से छोटी दुकाने एवं निजी संस्था ने उद्योग लघु उद्योग एवं कुटीर उद्योग खुलने लगी है ऐसे मे अब यह आवश्यक हो जाता है की लोगों का आस्था का केंद्र धार्मिक स्थल एवं मंदिरों को भी नियमों के तहत खोला जाए ताकि देश एवं प्रदेश के करोड़ों श्रद्धालु गण अपने इष्ट देव व मंदिरों के दर्शन पूजन कर सके।

विदित हो की लगातार तीन महीने से बंद इन पूजा स्थलों, मंदिरों से जुड़े पुजारियों तथा अन्य कर्मचारियों को जीविकोपार्जन की गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।

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