धनोरा धान खरीदी केंद्र में किसानों की मेहनत पर समिति प्रबंधक डाल रहें हैं डाका !
किसानों की सहमति बताकर 100 से 200 ग्राम प्रति कट्टा नियम विपरीत कर रहे है तौल
मेहनतकश किसानों की खून पसीने की कमाई से भरने वाले धान की कटोरे को छेद कर ऊपरी कमाई का जरिया बना चुका है। सहायक समिति प्रबंधक मनहरण साहू के द्वारा।
गुरुर (बालोद) hct : छत्तीसगढ़ सरकार पूरे राज्य में धान खरीदी का शुभारंभ 14 नवम्बर से किया है। इस बार किसानों को धान बेचने के लिए धान खरीदी केंद्रों के दफ्तर में घण्टो लाईन लगाकर अपने बारी का इंतजार करने की झंझट से मुक्त कर साय सरकार की नई पॉलिसी ने किसानों को धान बेचने के लिए बड़ी राहत दी है। इस बार ई पोर्टल के माध्यम से किसान स्वयं या तो किसी भी चॉइस सेंटर में जाकर अपना ऑनलाईन टोकन कटवा सकता है और अपना जगह सुरक्षित कर सकता है।
इस ऑनलाईन योजना के तहत किसानों को अच्छी सुविधा मिल रही है। तो वही दूसरी ओर धनोरा धान खरीदी केंद्र में किसानों द्वारा बेचे जा रहे धान में सहायक प्रबंधक की मनमानी करने का आरोप लग रहा है। शासन द्वारा निर्धारित प्रति कट्टे का वजन बोरे और धान की वजह सहित 40.700 किलो ग्राम लेने का प्रावधान है। जिसको नजर अंदाज कर सारी नियमों को ताक में रख कर सहायक समिति प्रबंधक मनहरण साहू की मनमानी चरम सीमा पर है खरीदी चालू हुए अभी महज 3 से 4 दिन ही हुआ है अभी और इस तरह का मामला वो भी किसानों के साथ एक बड़ा छलावा है।
इन कर्मचारियों को अधिकारियों के कार्यवाही से भी डर नही लगता तभी तो इतनी जुर्र्त उठाने की ताकत दिखाते है। इनके इन्ही हरकतों की वजह से खरीदी केंद्र का टेंडर लेने वाला ठेकादार भी 2 दिन में ही हाथ खड़े कर दिया। वर्तमान में धान की तौल, छल्ली, सिलाई का कार्य अभी स्वयं समिति द्वारा किया जा रहा है। इस संबंध में सहायक प्रबंधक ने बताया कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ मीटिंग हुआ है, जिसमे100 से 200 ग्राम प्रति कट्टे अधिक लेने की बात हुई है।
किसानों की सहमति बताकर 100 से 200 ग्राम प्रति कट्टा नियम विपरीत कर रहे है तौल
किसानों को भी कोई आपत्ति नही है, ऐसा जानकारी उनके द्वारा दिया गया है। जबकि शासन का सख्त आदेश है कि शासन द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार अगर इस तरह से नियम विरुद्ध कार्य किया जाता है. तो तत्काल उस पर एक्शन लिया जाएगा और ऐसे कर्मचारी को किसी भी शर्त में बख्शा नही जाएगा ऐसा फरमान जारी किया गया है।