पीने को नहीं दी शराब तो गुस्साएं भतीजे ने कर दी वृद्ध चाचा की हत्या, नागपुर में मिला हत्यारा
मध्य प्रदेश के बालाघाट के तिरोड़ी में निर्मम हत्या की गई। आवाज देने पर कोई जवाब नहीं मिला तो घर के अंदर जाकर देखे वह अपने बिस्तर में चित्त अवस्था में लेटे थे और उनके चेहरे पर गमछा ढका हुआ था। साथ ही उनके चेहरे, सिर व माथा पर चोट के निशान थे और मौत हो चुकी थी।
HIGHLIGHTS
- तिरोड़ी पुलिस ने अंधे हत्याकांड का किया खुलासा।
- सीसीटीवी फुटेज खंगाल, आरोपी को किया गिरफ्तार।
- गमछा, कपड़े, लकड़ी, हसिया, व हथोड़ी किया जब्त।
बालाघाट (Balaghat Crime)। बालाघाट के तिरोड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत महकेपार में 10 सितंबर को हुए अंधेहत्याकांड का खुलासा कर दिया है। यहां पुलिस ने हत्या के आरोपी भाई को नागपुर से गिरफ्तार किया। हत्या के दौरान उपयोग किए गए गमछा, कपड़े, लकड़ी, लोहे का हसिया, व हथोड़ी को जब्त कर आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया है।
10 सितंबर को मिला था घर पर शव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर ने बताया कि रामकुमार कोटेकार 53 वर्ष महकेपार निवासी ने थाने में आकर शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने बताया था कि उसके बड़े पिता का बेटा घनश्याम कोटेकार 70 वर्ष विगत 3 वर्ष से अपने घर पर अकेले ही रहते थे। दस सितंबर की सुबह आवाज देने पर उनने कोई जवाब नहीं दिया तो घर के अंदर जाकर देखा, वह अपने बिस्तर में चित्त अवस्था में लेटे थे और उनके चेहरे पर गमछा था। साथ ही चेहरे, सिर व माथा पर चोट के निशान थे जिसकी मौत हो चुकी थी।
शराब पीने नहीं दिया इसलिए कर दी थी हत्या
पुलिस ने बताया कि विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर विनोद उर्फ रावण पिता विजय बंसोड़ 27 वर्ष महकेपार निवासी संदिग्ध समझ आया। उसकी तलाश की तो पता चला कि वह वारदात की रात से ही फरार था। टीम का गठन का तलाश शुरू की गई तो वह नागपुर में मिला। उसने बताया कि गणेश स्थापना के दिन रात करीब 11.30 बजे उसे शराब की तलब लगी लेकिन रुपये नहीं होने से वह घनश्याम के घर गया क्योंकि पता था कि उनके पास शराब रहती है।
तबीयत ठीक नहीं, परेशान न करे तो मार डाला
घर जाने पर जब उनसे शराब मांगी तो ये कहकर मना कर दिया कि तबीयत ठीक नहीं है। वह परेशान न करे, जिससे वह आवेश में आ गया और फिर एक ठोस लकड़ी से कई बार मारकर उनकी हत्या कर दी और वहां से भाग गया। इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में तिरोड़ी थाना प्रभारी जयंत मरस्कोल्हे, महकेपार चौकी प्रभारी सुरेन्द्र उइके, प्रधान आरक्षक शिवप्रसाद धुर्वे, आरक्षक नागेश बघेल, नीतेश बघेल सहित अन्य की अहम भूमिका रही है।