Welcome to CRIME TIME .... News That Value...

Crime

टीकाकरण और वाहन सीज करने का मैसेज या कॉल आए, तो रहें अलर्ट… एमपी में ऐसे भी हो रही ठगी

साइबर क्राइम (Cyber Crime) को लेकर लोगों को समय-समय पर अलर्ट किया जा रहा है और एडवाइजरी भी जारी की जा रही है। इसके बावजूद लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। चिंताजनक बात यह है कि लोग धोखेबाजों की बातों पर भरोसा कर लेते हैं और उनके जाल में फंस जाते हैं।

HIGHLIGHTS

    1. मल्टीलेवल मार्केटिंग और ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर भी ठगी
    2. वाईफाई उपयोग और झूठे लोन ऑफर का भी शिकार हो रहे लोग
    3. क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने के नाम पर ठगी के कई केस सामने आए

भोपाल। ठग उन विषयों पर लोगों को गुमराह कर ठगने की कोशिश करते हैं, जो उन दिनों चर्चा में होते हैं। मध्य प्रदेश में ऐसे ही मामले देखने को मिल रहे हैं।

कोविड व अन्य बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण करने के लिए फोन आते हैं। वह पहले तो आधार नंबर मांगते हैं। ठग खुद को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताते हैं। आधार और पैन पंजीयन के नाम पर ओटीपी पूछकर ठगी कर लेते हैं। कोविड के बाद से इस तरह की ठगी बढ़ी है।

naidunia_image

लोन नहीं चुकाने के नाम पर वाहन सीज करने वाले काल या मैसेज

  • लोन नहीं चुकाने के नाम पर वाहन सीज करने वाले काल या मैसेज के माध्यम से भी ठग जानकारी लेकर खाते से राशि निकाल ले रहे हैं। मल्टीलेवल मार्केटिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, वाईफाई उपयोग, झूठे लोन ऑफर, क्रेडिट कार्ड एक्टिव करने या इसकी सीमा बढ़ाने के नाम पर भी ठगी हो रही है।
  • अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (साइबर) योगेश देशमुख ने बताया कि ठगी के नए-नए तरीकों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जाती है। इसमें यह बताया जाता है कि क्या करें और क्या ना करें। किस तरह के काल मैसेज और ईमेल से सावधान रहें।
  • योगेश देशमुख के अनुसार, इसके बाद भी कुछ लोग ठगों की लुभावनी बातों में आ जाते हैं। शिकार होने वालों में महिलाएं और सीनियर सिटीजन ज्यादा हैं। इसके अतिरिक्त रिजर्व बैंक ने भी हाल ही में 40 काल्पनिक कहानियों वाली पुस्तक जारी कर लोगों को आगाह करने की कोशिश की है।

naidunia_image

मध्य प्रदेश में इस तरह से ठगे जा रहे हैं लोग

लोन के लिए आवेदन करने वाले लोगों का डाटा लीक होकर ठग के पास पहुंच जाता है। ठग अन्य जगह से लगभग आधी दर में कर्ज दिलाने का भरोसा दिलाते हैं। लोग कर्ज के लिए उन्हें अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि बता देते हैं। लोन स्वीकृत नहीं होने के बाद भी अगले महीने से किस्त देने के मैसेज आने लगते हैं। इनमें कई लोग डर के मारे किस्त भरना शुरू कर देते हैं।

आपने किसी बैंक से वाहन या अन्य काम के लिए कर्ज लिया है तो उसकी जानकारी जालसाजों तक पहुंच जाती है। ठग रिकवरी एजेंट बनकर फोन करते हैं। लोगों को डराकर राशि ले लेते हैं। ऐसे फोन काल से डरे नहीं। पुलिस में शिकायत करें

सरकारी योजनाओं में लाभ और सब्सिडी दिलाने के नाम पर आने वाले फोन काल से भी सतर्क रहने की जरूरत है। ठग इसके बहाने लोगों की जरूरी जानकारी लेकर ठगी कर लेते हैं। वर्क फ्रॉम होम के लिए ठग अच्छी खासी सैलरी देने का वादा करते हैं। इसके लिए वह कुछ सुरक्षा निधि जमा करने की मांग करते हैं। लोग उनके भरोसे में आकर राशि जमा कर देते हैं। इसके बाद और राशि के लिए ठग पुलिस या वकील बनकर डराते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page