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पिता के चार खातों के मोबाइल नंबर बदलवाकर 90 लाख रुपये की ठगी, शिकायत के बाद बेटे को जेल

मध्‍य प्रदेश के दमोह में दयाचंद जैन बड़े बेटे राजीव गांगरा के पास जबलपुर में हैं। इसलिए उन्होंने इस मामले की एफआईआर जबलपुर में स्टेट साइबर सेल में दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ़ मामला दर्ज किया था जिस पर जबलपुर की पुलिस ने दमोह आकर लोकेश को गिरफ्तार करके ले जाकर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

HIGHLIGHTS

  1. खातों के मोबाइल नंबर बदल पिता से 90 लाख रुपये की ठगी
  2. जबलपुर पुलिस ने दमोह से आरोपित पुत्र को किया गिरफ्तार
  3. पिता की शिकायत के बाद आरोपित बेटे को पुलिस ने जेल भेजा

 दमोह: पिता के बैंक खाते का मोबाइल नंबर बदलवाकर 90 लाख रुपये की ठगी करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोपित के पिता दयाचंद्र जैन ने पुत्र लोकेश गांगरा के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया था। मंगलवार को जबलपुर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गिरफ्तार कर जेल भेजें चाहे वह मेरा अपना की क्यों न हो

एक पिता ने अपने ही बेटे को उसके साथ की गई ठगी के आरोप में जेल भिजवाना पड़ा। क्योंकि बेटे ने अपने ही पिता के साथ 90,08,620 की ठगी कर ली। जब पिता को यह पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी करने वाला उनका अपना ही बेटा है तो उन्होंने जो एफआईआर लिखवाई। उसमें भी स्पष्ट उल्लेख किया मेरे के साथ ठगी की गई है इसलिए उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाए चाहे वह मेरा अपना की क्यों न हो। पुलिस ने आरोपित बेटे को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करने पर जेल भेज दिया।

लोकेश जबलपुर आया और माफी मांगते हुए साथ चलने कहा

नया बाजार दो दमोह निवासी दयाचंद्र जैन 85 वर्ष ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जिसमे उन्होंने बताया कि उनके दो बेटे राजीव गांगरा 60 और लोकेश गांगरा 58 हैं। वर्ष 2012 में लोकेश गांगरा से विवाद होने के चलते वह जबलपुर में अपने बड़े बेटे राजीव गांगरा जो आकाशवाणी जबलपुर में रहता है उसके पास रहने चले गए थे। अगस्त 2023 में लोकेश जबलपुर आया और माफी मांगते हुए साथ चलने के लिए कहने लगा। जिस पर हम अपनी पत्नी के साथ दमोह आ गए थे लेकिन उसने फिर से विवाद किया और हम लोग वापस बड़े बेटे के पास फिर से पहुंच गए।

नेट बैंकिंग और ओटीपी के जरिए बैंक खातों से निकाली राशि

लोकेश गांगरा नया बाजार नंबर 2 दमोह में रहते हुए साड़ी शोरूम का संचालन करता था। नेट बैंकिंग और ओटीपी के जरिए बैंक खातों से निकाली राशि जब लोकेश के पास माता-पिता जबलपुर से दमोह रहने आ गए तो इस बीच उसने बैंक खातों की जानकारी अपडेट कराई। उसने पिता दयाचंद जैन के तीन खाते और मां सुशीला जैन के एक खाते में अपना मोबाइल नंबर और मेल आईडी दर्ज करा दी।

चारों खातों से छोटे बेटे लोकेश गांगरा ने की धोखाधड़ी

नेट बैंकिंग और ओटीपी के जरिए उसने पिता दयाचंद के नाम से संचालित एचडीएफसी बैंक खाते से 27 लाख 32 हजार, एसबीआई खाते से 3 लाख 8 हजार और बंधन बैंक खाते से 43 लाख 48 हजार निकाल लिए। इसी तरह पत्नी सुशीला जैन के खाते से 16 लाख 20 हजार रुपये निकालकर अपने खाते और दुकान के खाते में ट्रांसफर कर लिए थे। चारों खातों से छोटे बेटे लोकेश गांगरा ने 90,08,620 रुपये की धोखाधड़ी की थी।

एफआईआर जबलपुर में स्टेट साइबर सेल में दर्ज कराई थी

वर्तमान में पिता दयाचंद जैन बड़े बेटे राजीव गांगरा के पास जबलपुर में हैं। इसलिए उन्होंने इस मामले की एफआईआर जबलपुर में स्टेट साइबर सेल में दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ़ मामला दर्ज किया था जिस पर जबलपुर की पुलिस ने दमोह आकर लोकेश को गिरफ्तार करके ले जाकर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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