अधिकारी और कर्मचारियों के संरक्षण में फल-फूल रहा वैध शराब का अवैध कारोबार
गुडेली (रायगढ़)| जिले के प्रसिद्ध गौण खनिज ग्राम गुडेली- टिमरलगा में दरसअल इन दिनों जोरों से अवैध सट्टेबाजी और खुले आम शराब विक्रय किया जा रहा है । आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने शराब तस्करों पर सख्ती से कार्रवाई करने और शराब की अवैध बिक्री पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देश का आबकारी विभाग व पुलिस प्रशासन कितना पालन कर रहा है, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रदेश में शराब की अवैध बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ठेका प्रथा बंद कर सरकारी तंत्र के माध्यम से शराब बिक्री कर रही है।
सरकारी दुकानों से शराब बिक्री होने के बावजूद लोकल कोचिया गली-मोहल्लों में डेढ़ से दो गुना ज्यादा कीमत पर शराब बेच रहे हैं।
शराब की अवैध बिक्री बड़े ढाबों में और रेस्टोरेंटों होटलों में धड़ल्ले से चल रही है।आलाधिकारी अवैध शराब बेचने वालो से हर माह वसूली कर ही रहे है इसके अलावा शराब दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों से ज्यादा दाम पर शराब बिकवा कर भी वसूली कर रहे है। इनकी अवैध कमाई का जरिया यही समाप्त नहीं होता है ये शराब दुकानों के समीप लगने वाले चखना सेंटर से लेकर ठेले वालों तक से भी हर माह के भाव से वसूली कर रहे है। जो ठेले वाले या चखना सेंटर पैसा देने से इंकार करते है उन्हें दूकान लगाने नहीं दिया जाता है।
सेटिंग के दम पर फल- फूल रहा अवैध कारोबार
अवैध शराब विक्रय , सट्टेबाजी और जूआ क्षेत्र मे भारी मात्रा में धडल्ले से चल रहा है तो वहीं छोटे-छोटे कोचियों को पकड़ कर अपना रौब दर्शाया जाता है वहीं दूसरी ओर ढाबों, होटलों से मोठी रकम हर माह लिया जा रहा है वहीं छोटे कोचियों ने तमाम जानकारी अपना नाम न छापने की शर्त में बताया है कि क्षेत्रीय स्तर पर नियुक्त निरीक्षक स्तर के अधिकारी खुद सेटिंग कर शराब बिकवाने मे लगे हुए है। क्षेत्रीय स्तर के निरीक्षक को दूरभाष के माध्यम से शिकायत करने पर शिकायत सुनते ही फोन काटकर फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते।सबसे महत्वपूर्ण बात जिस होटल या ढाबों का शिकायत करो क्षेत्रीय आलाधिकारियों से थोड़ी देर बाद ढाबें के मालिक का फोन शिकायतकर्ता के पास आने लगता है।
चंद्रिका भास्कर रायगढ़ (छ.ग)