मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के “न्याय योजना” से उठा लोगों का विश्वास !

घर में बिहाब (शादी) हो और फूफा मुंह ना फुलाए तो रस्म अधूरी रह जाती है। कुछ ऐसा ही किस्सा छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई को लेकर यदा कदा देखने को मिल ही जाता है, जो कभी कभी जग हंसाई का कारण भी बन जाती है। वर्तमान में टीएस सिंहदेव की मुंह फुलाई इसके ताजा उदहारण है। दरअसल इसे अंदरूनी लड़ाई कहकर नजर अंदाज कर दिया जाता है मगर है यह अहं की भावना।
कांग्रेस का हर एक गली छाप नेता खुद को मुख्यमंत्री से कम नहीं आंकता, ऐसा मानना भी स्वाभाविक है; क्योंकि जब मुखिया निरंकुश हो जाए। प्रदेश की न्यायधानी कहे जाने वाले बिलासपुर में इन दिनों जो हुआ और हो रहा है बड़े ही शर्म की बात है। न्याय के ठेकेदार बने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की न्याय योजना तब धरी की धरी रह गई जब दो बिल्डरों के बीच उपजे विवाद की शिकायत सीधे छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा से “न्याय की गुहार” लगाई गई…!

बिलासपुर hct : शहर की उम्दा कालोनियों में शुमार उस्लापुर रोड की मिनोचा कॉलोनी और शिवम् एन्क्लेव में विगत कुछ दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। कारण है मिनोचा कॉलोनी वालों का शिवम एनक्लेव के मेन गेट को बंद करने के साथ-साथ वहां के निवासियों का कॉलोनी के उद्यान में प्रवेश करने पर रोक लगाने की सूचना चस्पा कर दिए जाना, अब आलम यह है कि कॉलोनीवासियों का आना-जाना बंद हो गया है। परेशान कॉलोनीवासियों ने नगर निगम कमिश्नर से इसकी शिकायत भी की थी।

 

 

राजनीतिक दबाव के आगे अपाहिज निगम कमिश्नर !

शिवम इन्क्लेव के रहवासियों का आरोप है कि कमिश्नर कुणाल दुदावत ने पहले कार्रवाई का भरोसा दिया था। साथ ही उन्होंने रास्ता बंद कर बनाई गई दीवार को तोड़ने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन कांग्रेस नेता और पूर्व मेयर राजेश पांडेय के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने हाथ खींच लिया है, जिसके कारण अब स्थानीय लोगों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा से न्याय की गुहार

शिवम एनक्लेव के प्रशांत मोकाशे, बालकृष्ण आडवानी और अनिल कुमार सोनी ने इस पूरे मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप कर गेट में दीवार खड़ी करने को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव कुमारी सैलजा से शिकायत की है। उन्होंने अपनी शिकायत में उल्लेख किया है कि निगम कमिश्नर, कांग्रेस नेताओं के दबाव में है और कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लोगों ने कांग्रेस नेताओं से मदद मांगी, तब उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। राजनीतिक दबाव के चलते कलेक्टर-एसपी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। थक-हारकर पीड़ित कॉलोनीवासियों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा से न्याय की गुहार लगाई है।

वहीँ मिनोचा कॉलोनी वेलफेयर सोसायटी के सदस्य एवं पूर्व मेयर राजेश पांडे का कहना है – मिनोचा कॉलोनी का निर्माण 1980 में हुआ है जबकि शिवम एनक्लेव का निर्माण हाल ही में हुआ है, जहाँ के बिल्डर ने शुरू में मटेरियल डंप करने के नाम पर मिनोचा कॉलोनी से अस्थाई रास्ता लिया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिवम एनक्लेव के बिल्डर्स ने 48 फ्लैट का नक्शा पास करवाकर 51 फ्लैट बना दिया है। उन्होंने बताया कि उनकी कॉलोनी के रास्ते से अभी भी अटल आवास के लोग आते-जाते हैं, जिन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है।

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