जब से “सोशल मीडिया” समाज पर हावी हुआ है, कुछ शातिर तत्व के लोग पत्रकारिता की खाल ओढ़कर स्वयंभू पत्रकार और सम्पादक बन बैठे है, इन्हीं शातिर लोगों में शामिल बहुतेरे ठेकेदार, पॉकेटमार, बिजली मिस्त्री, ऑटो चालक, मटेरियल सप्लायर, हॉकर सरीखे लोगों ने पत्रकारिता जगत में अपनी पैठ बना लिया है, ऐसे लोग महज 5 – 10 हजार में वेब साइट बनवाकर अपने वेब पोर्टल में तमाम तरह के समाचार लगाकर अधिकारियो, जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों से अवैध उगाही करने में संलिप्त है। जिनके चलते वास्तविक रूप से पत्रकारिता कर रहे असल पत्रकार प्रताड़ित होते है।
रायपुर hct : राजधानी रायपुर के वार्ड क्रमांक 10, रानी लक्ष्मीबाई वार्ड की पार्षद विश्वदिनी पांडेय को विगत दिनों एक वेब पोर्टल “मितान भूमि” के संचालक तथाकथित पत्रकार एजाज उर्फ़ सनम कुरैशी ने अपने सहयोगी द्वारिका यदु नामक व्यक्ति के माध्यम से दिनांक 23 जून 2023 को डायलॉगबाजी करते हुए कहने लगा कि, भाई का मैसेज लेकर आया हूं फिर बोला अपने विरुद्ध पोर्टल न्यूज मितान भूमि का खबर पढ़कर मजा आ रहा है, अभी तो शुरूआत है आगे-आगे देखना और क्या-क्या होता है और अगर यह सब नहीं चाहती तो सनम एजाज कुरैशी भाईजान की तरफ से जो प्रस्ताव लेकर आया हूं उसको मान लो। भाईजान बोले है कि पार्षद अगर 25 लाख रूपये देगी तो उसके खिलाफ कोई खबर अपने पोर्टल न्यूज में नहीं बनाऊंगा । जिस प्रकार दूसरे लोगों का खबर चलाता हूं वैसा ही उसका भी अच्छा-अच्छा खबर चलाऊंगा और यदि पैसा नहीं देती है तो उसे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोडूंगा।
आरोपी के सहयोगी का दावा दायर करेंगे मानहानि का मुकदमा
हालाँकि कुछ झोला छाप मीडियाई मदारियों ने अपनी ताल मंजीरा लेकर आरोपित शख्स द्वारिका यदु से कथन स्वरुप एक वीडियो भी जारी किया है जिसमे द्वारिका यदु ने एजाज कुरैशी से अपना सम्बन्ध होना स्वीकार करते हुए कोरोना काल का हवाला देते हुए कह रहा है कि एजाज कुरैशी एक दिन में 25 से 50 लाख का सामान खरीद कर आमजन में वितरण किए है ! साथ ही यह भी बड़े विश्वास के साथ कह रहा है कि उसके मान सम्मान को ठेस पहुंचा है और अगर यहाँ बात नहीं बनती है तो वह हाई कोर्ट में मानहानि का दावा भी ठोकेंगे।
देखें वीडियो :
अब सवाल यहाँ पर यह उठता है कि आखिर एजाज कुरैशी का बेकग्रॉउंड क्या है और उसका सोर्स ऑफ़ इनकम क्या है जिसके चलते वह एक दिन में 25 से 50 लाख का सामान खरीद कर लोगों के बीच बाँट देते है ! और अगर यह बात सच है तो शासन-प्रशासन कोरोना काल में क्या झख मार रहे थे ? इसकी सत्यता जाँच का विषय है।
click & read : पत्रकारिता का कुकुरमुत्ता काल
“पत्रकारिता के नाम पर कुकुरमुत्ता की खरपतवार” में एक नाम बेहद चर्चित है, जो मोटी रकम लेकर किसी भी ऐरा गैरा नत्थू खैरा को अख़बार अथवा मासिक पत्रिका का पंजीयन करवा कर देने की गारंटी भी लेता है।
नए नवेले तथाकथित झोला छाप पत्रकारों की यौम-ए-पैदाइश इसी चावड़ी से ही मानी जाती है।
भाजपा पार्षद दल ने किया पुलिस अधीक्षक से मुलाकात
चूँकि उक्त मामले को एक सप्ताह बीतने जा रहा है और इसकी शिकायत डीजी, आईजी, एसपी तथा थाना स्तरीय शिकायत किए जाने के बावजूद मामले में शीघ्रातिशीघ्र कार्रवाई किए जाने बाबत भाजपा पार्षद दल, ने नेता प्रतिपक्ष श्रीमती मीनल चौबे जी के नेतृत्व में मंगलवार दिनांक 27/06 को एसपी रायपुर से मुलाकात किया और आरोपी पर कार्यवाही की मांग की।
इस अवसर पर पार्षद दल में मनोज वर्मा, मृत्युंजय दुबे, प्रमोद साहू, सरिता वर्मा, सीमा साहू, रोहित साहू, सरिता दुबे,सीमा कंदोई, कमलेश्वरी वर्मा, कामिनी देवांगन, राम प्रजापति,सन्तोष साहू, व अन्य बंधुगण उपस्थित होकर कार्यवाही की मांग किये।
