कांकेर hct desk : उत्तर बस्तर के पखांजूर में एक नौकरशाह का नया कारनामा उजागर हुआ है। कोयलीबेड़ा ब्लॉक में पदस्थ एक फूड इंस्पेक्टर अपने दोस्तों के साथ पार्टी मनाने परलकोट गया हुआ था जहाँ जलाशय में असावधानी के चलते उसका कीमती (डेढ़ लाख रुपए की) मोबाइल गिर गया। बस फिर क्या था महोदय ने पहले गांव तैराकों को पकड़कर मोबाइल ढूंढने में लगा दिया, लेकिन बांध (जलाशय) में पानी अधिक होने से मोबाईल नहीं मिला तो हैरतअंगेज कारनामे को अंजाम दे डाला। अगले दिन साहब पंप लेकर पहुंच गए और फिर उसके बाद लगातार चार दिन तक पंप लगाकर जलाशय का पानी खाली कराया जाता रहा।
डेढ़ हजार एकड़ खेत सींचने लायक पानी बहा दिया
चार दिन बाद जब बात फैली तब जल संसाधन विभाग के लाट साहेबानों को होश आया और मौका-ए-स्थल पर पहुंचकर पंप बंद करवाया। चूँकि साहब का मोबाइल तो मिल गया लेकिन एक विकट समस्या सामने आन पड़ी है वह यह कि साहब का मोबाइल चल नहीं रहा है। अब इस नुकसान का आंकलन किया गया तो अनुमान के मुताबिक बांध के वेस्ट वियर से स्केल वाय के बीच जमा 21 लाख लीटर पानी बहा दिया गया। इतना पानी डेढ़ हजार एकड़ की सिंचाई के लिए काफी था।
छतरी तान कर चार दिन डटा रहा साहब
अवगत हो कि पखांजूर निवासी फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास, 21 मई को दोस्तों के साथ पार्टी मनाने परलकोट बांध गया रहा। चूँकि बांध में पानी ज्यादा था, इसलिए तय हुआ कि बांध के इस हिस्से को खाली करना होगा। फूड अफसर ने जलसंसाधन विभाग के एसडीओ से मौखिक बातचीत की। फिर पानी निकालने के लिए 30 एचपी के दो बड़े डीजल पंप लगाए गए। सोमवार शाम पंप चालू किए गए, जो गुरुवार तक चौबीसों घंटे चले। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 4 फीट पर आ गया। शिकायत पर सिंचाई अफसर मौके पर पहुंचे और पानी निकालना बंद करवाया। लेकिन तब तक स्केल वाय से 6 फीट अर्थात 21 लाख लीटर पानी बहाया जा चुका था।
मीडिया में देने लगा सफाई
इस सम्बन्ध में फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने मीडिया से मुखातिब होने पर सफाई देते हुए बताया कि फोन में विभागीय जानकारी थी, इसलिए यह कदम उठाना पड़ा, फ़िलहाल मोबाइल तो मिल गया है लेकिन फोन बंद हो गया है जिसे मोबाइल सुधारकों ने बताया कि कोई भी मोबाइल इतने दिन तक पानी में रहने से ठीक नहीं होता। वहीं सिंचाई विभाग के एसडीओ धीवर ने बताया कि उन्हें बताया गया था कि थोड़ा-बहुत पानी निकलेगा। फ़ूड इंस्पेक्टर ने धोखे में रखकर ज्यादा बहा दिया।

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