रायपुर hct : बेरोजगारी भत्ता की जगह रोजगार की मांग को लेकर प्रदेश भर के बेरोजगार युवाओं ने राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर लगभग हजारों की संख्या में आंदोलन – प्रदर्शन करने पहुंचे, इसमें बड़ी संख्या में युवतियां भी शामिल थी। हालात बेकाबू होता देख; पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आंदोलनरत बेरोजगारों को लगभग 2 किलोमीटर तक दौड़ा-दौड़ा कर लाठी भांजी। इसका वीडियो भी तत्काल सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिससे सरकार की अच्छी-खासी किरकिरी हो रही है।
छत्तीसगढ़ में बेरोजगारों पर हुआ लाठीचार्ज, भत्ता की जगह रोजगार मांग रहे थे युवा pic.twitter.com/nCpEZuaWLP
— khabarwaad (@khabarwaad) April 9, 2023
अनुमित से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की संख्या में इजाफा
बताया जा रहा है कि बी.एड/डी.एड. संघ द्वारा बूढ़ातालाब धरना स्थल में 80 की संख्या में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी। प्रशासन द्वारा जिन शर्तो में धरना प्रदर्शन करने की अनुमति दी गई थी, उन शर्तों का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शनकारियों की संख्या में दस गुना इजाफा हो गया। मामले में पुलिस का कहना है कि अनुमित से ज्यादा लोगों की भीड़ धरना स्थल पर जमा हो गई थी; जबकि रायपुर की आम जनता की माँग पर बड़ी संख्या के प्रदर्शनों के लिए नया रायपुर धरना स्थल तय है।
बेरोजगार युवकों पर लाठी चार्ज होता देख; लगता है सरकार भूपेश अपने पुराने दिनों को भूल चुके हैं। कभी इन लाठियों की मेहरबानी आप पर भी हुई हैं अब सत्तानशीं होते ही सिपहसलार के सलाह से; कभी बेरोजगार युवकों पर, कभी निःशक्तजन, दिव्यांगजन व आम जनता पर बरस रही है। लगता है सत्ता का मद ने भूपेश को अपने आगोश में ले लिया है। छत्तीसगढ़ की सत्ता में हिटलरशाही न कभी रास आई है और न ही आएगी …
समझाईश के बाद झूमा झटकी
पुलिस बल द्वारा प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक ज्ञापन प्रस्तुत कर धरना समाप्त कर वापस जाने की समझाईश दी गई, किन्तु उनके द्वारा बिना अनुमति के रैली निकालने का प्रयास किया गया जिन्हें इंडोर स्टेडियम के सामने रोका गया तथा मौके पर उपस्थित एस.डी.एम. एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें समझाने पर संघ के एक समूह द्वारा ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौपने पश्चात् उन्हें वापस जाने कहा गया तो उनमें से कुछ व्यक्ति पुलिस बल के साथ झूमा-झपटी करने लगे।
झूमा-झपटी के दौरान कुछ पुलिस कर्मचारियों को चोट आयी, कपड़े फट गये एवं नेम प्लेट टूट गये। इसके पश्चात् पुलिस बल द्वारा प्रदर्शनकारियों को अनाउसमेंट करके पीछे हटने कहा गया मगर कुछ प्रदर्शकारियों द्वारा पुलिस के साथ झूमा-झपटी करने लगे जिस पर पुलिस के द्वारा बलपूर्वक उन्हें पीछे धकेला गया पुलिस के मुताबिक उनमे से कुछ प्रदर्शनकारी शराब का सेवन किये हुए थे उनका मुलाहिजा कराया गया एवं नियम विरुद्ध प्रदर्शन व रैली निकालने पर उनके विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
प्रदर्शनकारियों को मिला भाजपा का समर्थन
इस पूरे मामले के बाद बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता भी थाना पहुंचे। रायपुर के कोतवाली थाना में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे। युवाओं के प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों को थाने में बैठाए जाने का विरोध किया। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हो खूब बहस भी हुई। पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता थाने पहुंच गए।
भाजपा की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि शिक्षित युवाओं की जायज मांग का समर्थन करते हुए भूपेश बघेल सरकार को चेतावनी देती है कि रोजगार का हक मांग रहे युवाओं पर बरसने वाली लाठियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। बेरोजगारी भत्ते के नाम पर छलावा करने वाली सरकार न तो शिक्षित युवाओं के लिए भर्ती निकाल रही है और न बेरोजगारी भत्ता दे रही है। यह सरकार नौकरी की जगह लाठियों से जख्म दे रही है। मामले में पुलिस विभाग और सरकार का घेराव करेंगे।
