शहर से लगे अंग्रेजी शराब दुकान के पीछे संचालित ईंट भट्ठे में काम करने वाले एक मजदूर परिवार की 5 साल की एक मासूम बच्ची दुकान से बिस्किट खरीदकर ईंट-भट्ठे की ओर लौट रही थी इसी दौरान यह हादसा हुआ। आवारा कुत्तों ने अचानक उस पर हमला कर दिया। कुत्तों ने उसे जबड़ें में दबाकर कई बार घसीटा, लहूलुहान हालत में बालिका को जिला अस्पताल लाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर; पीएम पश्चात शव उसके परिजनों को सौंप दिया। इस घटना ने 2 महीने पूर्व हैदराबाद में एक कॉलोनी के बाहर कुत्तों के झूंड द्वारा 4 वर्षीय मासूम को मार डालने की याद ताजा कर दी है।
रायपुर hct desk : कोरिया जिले के बैकुंठपुर कोतवाली के तहत ग्राम पंचायत तलवापारा स्थित शराब दुकान के पास ईंट-भट्ठा संचालित है। इसमें सरगुजा के सीतापुर से ईंट बनाने मजदूर; अपने परिवार सहित काम पर आए हैं। भट्ठे में काम करने आए मजदूर अजय मांझी की 5 साल की पुत्री सुकांति मांझी शुक्रवार की सुबह करीब दोपहर 12:30 से 01:00 बजे के बीच शराब दुकान के पास ठेले में बिस्किट लेने गई थी।
मासूम बच्ची को अकेला देख कुत्तों के झूंड ने उस पर हमला कर दिया, बच्ची चीखती-चिल्लाती रही लेकिन कुत्तों ने उसे कई बार उसे घसीटा, बच्ची इस हमले में बुरी तरह से घायल हो गई. उसके शरीर पर कई जगह कुत्ते ने काटा था। ईंट-भट्ठा में काम करने वाले एक मजदूर परिवार की थोड़ी सी लापरवाही के कारण मासूम बच्चे की मौत हो गई है।
परिजनों की लापरवाही भी हादसे की वजह
जिस वक्त बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने हमला किया, उस समय परिजन थोड़ी दूरी पर काम कर रहे थे. इस हादसे में कहीं न कहीं परिजनों की भी कुछ हद तक लापरवाही मानी जा रही है। बच्ची को, बिना किसी के देखरेख में छोड़कर काम पर जाना परिजनों की लापरवाही को दिखाता है। जिला अस्पताल बैकुंठपुर में घायल बच्ची को लाया गया, जहां मासूम बच्ची को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से बालिका के माता-पिता सदमे में हैं।
