
सरायपाली (महासमुंद)। ३६गढ़ प्रदेश ग्राम पंचायत सचिव संघ के आव्हान पर 16 मार्च से पूरे प्रदेश में परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण की एक सूत्रीय मांग को लेकर ग्राम पंचायत के सचिवों द्वारा काम बंद, कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। इसी तारतम्य में सरायपाली ब्लॉक के 100 से भी अधिक ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवों ने भी चुनावी वर्ष में बेमियादी काम बंद कलमबंद हड़ताल शुरू कर दिया है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्य के साथ ही आय, जाति निवास प्रमाण पत्र व रोजगार गारंटी योजना सहित सरकार के विभिन्न कार्यों के प्रभावित होने की जानकारी मिल रही है। पंचायत सचिवों का कहना है कि छग प्रदेश पँचायत सचिव संघ के निर्णय अनुसार पँचायत मंत्री के द्वारा पंचायत सचिवों के एक सूत्रीय लंबित मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण हेतु आश्वासन दिया गया था। बावजूद इसके सरकार के अंतरिम बजट में भी मांग को शामिल नहीं किया गया। इससे हम समस्त सचिव आहत हैं, ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत सचिव संघ सरायपाली ब्लॉक के सचिव संघ अध्यक्ष श्री नेहरू जी ने बताया कि घोषणापत्र के अनुरूप पंचायत सचिवों को नियमितीकरण करने की कर रहे हैं मांग मांग पूरा नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहने की बात कर रहे हैं। उन्होंने क्राइम टाइम के संवाददाता से रूबरू हो बताया कि हम सरकार की हर योजना जिसमें कई विभाग सम्मिलित होते हैं उसे हम ग्राम पंचायत के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाते हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना अंतर्गत गोबर खरीदी नरवा ट्रीटमेंट इत्यादि कई योजना का सफल रूप क्रियान्वयन करते हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों को अनदेखी कर रही है। सरकार हमारी मांगों पर जल्दी विचार करें नहीं तो हम उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। चुनावी वर्ष में पंचायत सचिवों के बेमियादी हड़ताल से पंचायत विकास के समस्त कार्य पर प्रभावित होंगे। जिसका खामियाजा आमजनता को भुगतना पड़ेगा।
