बच्चों को बिना पढ़े; शिव लिंग पर “बेल पत्र” चढ़ाकर पास हो जाने का दावा करने वाला और सभी बीमारियों का इलाज भी शिव लिंग पर एक लोटा जल चढ़ाने से चंगा हो जाने की बात कहने वाला प्रदीप मिश्र के बाद अब एक और ढोंगी धीरेन्द्र शास्त्री रायपुर में अपना दरबार लगाने आ रहा है। यह लोगों को भूत-प्रेत का डर दिखाएगा और अंधविश्वास फैलाएगा। यह ढर्रा तब तक चलता रहेगा जब तक लोगों में वैज्ञानिक और तार्किक सोच का अभाव रहेगा।
रायपुर hct : दिव्यशक्ति का दावा करने वाले ढोंगी धीरेन्द्र शास्त्री जो खुद को बागेश्वर सरकार के नाम से प्रचारित करता है पर नागपुर (महाराष्ट्र) की एक संस्था अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने आरोप लगाया है कि तथाकथित दिव्यशक्ति का दावा करने वाले बागेश्वर सरकार के नाम से प्रसिद्ध धीरेंद्र कृष्ण महाराज समिति की चुनौती न स्वीकारते हुए नागपुर से चले गए। समिति ने महाराज के खिलाफ जादू-टोना विरोधी कानून के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर मध्य प्रदेश में जाकर उन्हें गिरफ्तार करने और दिव्य दरबार के आयोजकों पर कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की है, अन्यथा आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने की चेतावनी दी है।
महाराष्ट्र सरकार की जादू–टोना विरोधी कानून प्रचार-प्रसार कार्यक्रम अमल समिति के सह अध्यक्ष व अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक व राष्ट्रीय संगठक प्रा. श्याम मानव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संविधान के अनुसार रामकथा या धर्म का प्रचार-प्रसार करने का भी को अधिकार है लेकिन धीरेंद्र कुमार महाराज ने नागपुर के रेशमबाग मैदान में 7 और 8 जनवरी को आयोजित दिव्य दरबार में चमत्कारी दावे कर कानून का उल्लंघन किया है।
दिव्य शक्ति को 30 लाख रुपए जीतने की चुनौती
मानव ने कहा कि 9 जनवरी को समिति ने महाराज को नाम, आयु मोबाईल दूसरे रूम में रखी 10 वस्तुओं की पहचान करने और वीडियों के अनुसार दिव्य शक्ति के दावे साबित कर 30 लाख रुपए जीतने की चुनोती दी थी, लेकिन महाराज ने चुनौती स्वीकार नहीं की। महाराज की रामकथा 13 जनवरी तक होने वाली थी, लेकिन वो दिन पूर्व 11 जनवरी की शाम को ही महाराज नागपुर से चले गए। इसकी भनक लगने पर 10 जनवरी और 11 जनवरी को सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) रोहन पंडित तथा पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई है।
19 को भंडाफोड़ सभा
बागेश्वर सरकार का भंडाफोड़ करने के लिए 19 जनवरी को समिति द्वारा सभा का आयोजन गुरुदेव सेवा आश्रम में किया गया है समिति की ओर से यह भी और कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर समिति अदालत का दरवाजा भी खटखटाएगी और सड़क पर उतर कर आंदोलन भी करेगी।
अवगत हो कि बागेश्वर सरकार उर्फ़ धीरेन्द्र शास्त्री के रामकथा का आयोजन रायपुर में भी आयोजित है जिसके बारे में भी जानकारी मिली है कि यहाँ आयोजित कथा में भी दो दिन कम कर दिया हैं।

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