शुक्र है कि आज शुक्रवार है। जी हाँ छत्तीसगढ़ में कोई सफेदपोश या कोई आईएएस अथवा कोई काले कारोबार में लिप्त लोग मन हो मन यही बुदबुदा रहे होंगे। क्योंकि आज तड़के प्रवर्तन निदेशालय की लगभग 20 टीम ने एक बार फिर सुबह सुबह गुनगुनाती ठण्ड में चाय पीने की ललक लिए आईएएस अधिकारी, कारोबारी और राजनीति से जुड़े लोगों के यहां दबिश दे दी है।
रायपुर hct : छत्तीसगढ़ में आज तड़के एक बार फिर ईडी की टीम अलग-अलग ठिकानों पर पहुंची है। जानकारी मिली है कि टीम एक आईएएस सहित कुछ कारोबारियों के घर छापामार कार्रवाई कर रही है। उसके जद में इस बार आईएएस पी. अंबलगन आए हैं।
अंबलगन अभी संस्कृति एवं पर्यटन विभाग में सचिव हैं। इससे पूर्व वे खनिज विभाग में सचिव रह चुके हैं। वहीँ कांग्रेस के पूर्व विधायक और बीज विकास निगम के अध्यक्ष अग्नि चंद्राकर, कारोबारी विपुल पटेल और स्वतंत्र जैन के यहां भी ईडी की कार्रवाई चल रही है।
राज्य सरकार ने लगाया आरोप
माना जा रहा है कि आज की कार्रवाई भी पूर्व में पड़े छापों से ही जुड़ा है। छत्तीसगढ़ में इससे पूर्व भी आईएएस समीर विश्नोई सहित कोयला कारोबारियों के यहां छापे पड़े थे। इस मामले में अभी आईएएस अधिकारी सहित कारोबारी जेल में हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ईडी की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाती रही है। राज्य सरकार का आरोप है कि केंद्र की ओर से सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। राज्य सरकार ऐसी कार्रवाई से डरने वाली नहीं है।
पट–नायक नहीं खलनायक है ये
जाते जाते आपको ये भी बता दें कि राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारे में रवि पटनायक की रहस्मय गिरफ़्तारी चर्चा का विषय बना हुआ है। ये वही रवि पटनायक हैं जो भाजपा शासनकाल में कई मंत्रियो के OSD के रूप में कार्य कर चुके है और वर्तमान में उद्द्योग विभाग में पदस्थ हैं।

जिस पर मुख्यमंत्री के फर्जी OSD होने और कार्यालय के फर्जी सील – ठप्पे के दुरुप्रयोग किये जाने का आरोप है। रायपुर के राखी थाने में पटनायक की गिरफ़्तारी के बाद उसे अदालत में पेश किया गया था। जहाँ से उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया था, मगर महाशय के मेकाहारा में भर्ती होने की खबर मिल रही है।
सौम्या चौरसिया की तरह इसे भी नहीं किया गया है बर्खास्त?
सूत्रों द्वारा बताया जा रहा कि रवि पटनायक से पूछताछ के लिए ED की एक टीम जुटी है, जिससे पूछताछ को लेकर कई अफसरों की नींद उडी हुई है। और गुप्तचर ये भी बताते हैं कि पटनायक का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बंगले में भी कदमताल किया करता था; जिसे ईडी गिरफ्तार करती, इसके पहले ही उसे कूटनीति के तहत हवालात भेजा दिया गया।
