(उपर्युक्त शीर्षक देते हुए बहुत शर्मिंदा हूँ और मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ)
अमेरिका जैसे देश में जहाँ बेरोजगारी की दर 3.7% है वहीँ भारत में यही बेरोजगारी दर 8.2% है लेकिन घोर आश्चर्य कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया, भांड मीडिया के मार्फ़त इस बात का ढिंढोरा पिटते हुए लिखते हैं कि प्रदेश में बेरोज़गारी की दर 0.1 प्रतिशत है, ऐसे में प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य इलाका बस्तर जिले के बकावंड विकासखंड के ग्राम मालगांव में मिटटी खोदकर जीवन -यापन करने वाले मजदूरों की एक खदान में मिटटी धसकने से छः लोगों की दबकर मौत हो जाने की खबर, सरकार के तमाम दावों को पल भर में खोखला साबित कर देती है। उक्त खबर को अब तक किसी भांड मीडिया में तवज्जो देना तो दूर इनके चाटुकार, दलाल इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं..!
रायपुर hct : छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला के बकावंड विकासखंड के ग्राम मालगांव में छुई खदान धसक गई। इस हादसे में कई मजदूर दब गए, राहत और बचाव कार्य चलाया गया, मगर छः मजदूरों को बचाया नहीं जा सका। इनमें दशमती/डिलेश्वर उम्र 40 वर्ष, कमली/बंशीधर उम्र 30 वर्ष, शांति/हरी उम्र 42 वर्ष, कुमारी/ इश्वर उम्र 35 वर्ष, सायलो/कमलसाय उम्र 30 वर्ष एवं रामेश्वर/ तुलसीराम उम्र 48 वर्ष शामिल है। वहीं घायल 02 ग्रामीणों मनमति/रामेश्वर उम्र 46 वर्ष एवं पूर्णिमा/डिलेश्वर उम्र 12 वर्ष को सुरक्षित निकालकर उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मौके पर पंहुची 108 की टीम नगरनार पुलिस की टीम के साथ ही एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है।
नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर को नगरनार थाना क्षेत्र के मालगांव में कुछ ग्रामीणों के द्वारा छुईखदान में छुई निकलने का काम कर रहे थे। इस दौरान छुई भसकने से मजदूरों के ऊपर आ गिरा, जिसके इस हादसे में 06 ग्रामीणों की मौत हो गई है एवं 02 घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया है।
मुख्यमंत्री बघेल ने छुई खदान के धसकने से छह ग्रामीणों की मृत्यु पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। बघेल ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की महज घोषणा की है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों को बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
