मामला माना थाना क्षेत्र स्थित SOS बाल आश्रम का है. जहां इस मामले में नवंबर 2021 को एफआईआर दर्ज करवाई गई. फिलहाल पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिय है।
रायपुर hct : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक बाल आश्रम में 14 साल की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के बाद गर्भवती होने पर खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना जून 2021 की है। दरअसल, 14 साल की नाबालिग के साथ आश्रम के ही कर्मचारी ने जबरन रेप की वारदात को अंजाम दिया। ऐसे में इस घटना के बाद नाबालिग पीड़िता गर्भवती हो गई थी। इसके बाद बच्ची की डिलीवरी कराई गई, उसने मृत बच्चे को जन्म दिया था,
इस पूरी घटना को अधिकारियों ने छुपा लिया। वहीं, ये मामला माना थाना क्षेत्र स्थित SOS बाल आश्रम का है। जहां इस मामले में नवंबर 2021 को एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। इस केस के जांच अधिकारी ने बताया कि बाल आश्रम में 14 साल की बच्ची से रेप की शिकायत मिली थी, इसके बाद से माना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कर्मचारी ने पीड़िता के साथ किया था रेप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बाल आश्रम के कर्मचारी अंजनी शुक्ला ने नाबालिग बच्ची को झांसे में लेकर उसका जबरन यौन शोषण किया, जिसके बाद पीड़िता गर्भवती हो गई थी। हालांकि, मुकदमा दर्ज होने के बाद ही पुलिस ने आरोपी कर्मचारी अंजनी शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल आरोपी जेल में हैं। जानकारी के मुताबिक अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में इस केस को दबाया गया था।
इतने बच्चे रहते हैं आश्रम में
माना में स्थित बाल आश्रम को जिला प्रशासन और SOS नाम की अंत्तराष्ट्रीय संस्था चलाती है। जहां पर करीब 128 बच्चे रहते हैं, जिनकी देखरेख संस्था करती है। वहीं, इस संस्था को सरकारी और एनजीओ की मदद मिलती है। जहां रेप की वारदात का खुलासा होने के बाद रायपुर के कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने हाल ही में महिला बाल विकास विभाग की जिला बाल संरक्षण इकाई के कुछ कर्मचारियों को लापरवाही के चलते बर्खास्त कर दिया था। इसमें नवा बिहान, सखी वन स्टॉप सेंटर, बाल गृह, बाल संप्रेषण गृह में संविदा में तैनात अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे। बता दें कि, लगातार मिल रही शिकायतों के बाद ये कदम उठाया गया था।
