गरियाबंद। छत्तीसगढ़ राज्य के कई जिलों में स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.आर. नवरतन ने बताया कि स्वाईन फ्लू जिसे इन्फ्लूएंजा एच1एन1 के नाम से भी जाना जाता है श्वसन तंत्र का संक्रामक रोग है यह बीमारी हवा के द्वारा फैलती है इनके मुख्य लक्षण तीव्र बुखार, नाक बहना, तेज सिरदर्द, गले में दर्द ,छींक आना, उल्टी व दस्त, सांस लेने में कठिनाई, खांसी और गले में खराश होता है।
क्या करें
खांसते या छींकते समय अपने मुंह व नाक को रूमाल या टिशू से ढंकें। अपनी नाक, आंखें व मुंह को छूने से पहले एवं बाद में हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। खांसी, बहती नाक, छींक जैसे फ्लू के लक्षणों से प्रभावित लोगों से दूरी बनाएं व भरपूर नींद लेवें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं वं पौष्टिक आहार लेें।
क्या न करें
रोगी से गले या हाथ न मिलाएं। बिना मास्क सर्दी, जुकाम रोगी के निकट न जाएं। डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का सेवन न करें। इस्तेमाल किए गए टिशू व रूमाल को खुले में न डालें। घर के आसपास सफाई रखें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बिना मास्क के न जाएं। स्वाइन फ्लू की आशंका हो तो घर पर ही रहे स्कूल अथवा कार्यालय न जावे। उपरोक्त लक्षण पाये जाने पर निकटतम शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपना उपचार करवाएं।
स्वाइन फ्लू से डरें नहीं, तुरंत इलाज करायें
