रायपुर hct : प्रदेश की में बदलाव के आसार प्रश्न पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव जी का मीडिया के समक्ष यह कहना है कि “अगरबत्ती दिखानी है, बदलाव की बात तो नही है। हम लोग जाते हैं प्रणाम करने कि कोशिश करते हैं दुआ सलाम करके आते हैं । जिनसे मुलाकात हो सकती है उनसे मुलाकात करके आते हैं, पर ये जरूर है कि;इसका एक हल हो जाना चाहिए। दिल्ली जाने वाली जो बात है इस पर विराम लगना चाहिए चर्चा पर विराम लगना चाहिए…”
पत्रकारों के सवाल पर कि – “कब तक उम्मीद जताएंगे विराम पर क्योंकि अब कुछ महिनों बाद ही चुनाव है आचार-संहिता लग जायेगा।” इस पर टी.एस. बाबा ने कहा – “देर हो रहा है अब ज्यादा विलंब इस पर नही होना चाहिए क्योंकि इसके चलते अनावश्यक तनाव भी बनते हैं, टैंशन भी बनते हैं, आपस के संबंधों पे भी दबाव बनता है। काम करने की स्थिती में भी चिंता होती है।”
अगले चुनाव के इंतजार कहा जाए के प्रश्न पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने सहजता से मुस्कुराते हुए कहा कि हर पल अगला चुनाव है।
कहीं, बाबा के बकरे खैर तो नहीं मना रहे ?
हाल फिलहाल सवाल तो यह उठता है कि जब अगरबत्ती तो जल चुकी है लेकिन इसकी सुगंध से दरबार महक क्यों नहीं रहा है ? या फिर मन्नत में कोई कमी रह गई ! या बाबा के बकरे खैर मना रहे हैं…?
बाबा के बयान से ये साबित हो रहा है कि “खेला तो होबे” लेकिन कब…? कही ऐसा तो नहीं कि मध्य प्रदेश की तख्ता पलट नीति से भयाकुल दाई और भूरू की श्रवण एवं ध्राण शक्ति काम नहीं कर रही…?
