वैदिक काल में शिक्षा के अनेक संस्थान हुआ करते थे और उन संस्थानों में भी शिक्षक (गुरु) होते थे। गुरु तो चाणक्य भी थे और द्रोणाचार्य भी जिसकी आज कोई सानी नहीं। वह दिन लग गए जब गुरु की महिमा बखान करते उसे भगवान से भी महान बताने संत कबीर दास जी ने लिखा है – “गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय…” अब; समय के साथ शिक्षा का स्तर बदल चुका है और शिक्षक भी। गुरु अब भगवान से महान नहीं; बल्कि अय्याश और हैवान बन गया है।
“हरि रूठे गुरु ठौर है, गुरु रूठे नहीं ठौर।”
hct ३६गढ़ : आजकल गुरुजी लोगों के रूठने का दौर चल रहा है। बता दें कि राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव स्थित निजी स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले कक्षा तीसरी के छात्र ‘इंद्र मेघवाल’ की एक शिक्षक छैल सिंह की पिटाई से मौत के मामला से सनी अख़बार की स्याही अभी सुखी भी नहीं थी कि; अब उत्तर प्रदेश से एक साथ दो बड़ी खबर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है।

पहली यह कि श्रावस्ती जिले से एक शिक्षक का बेरहम चेहरा सामने आया है। श्रावस्ती जिले के सिरसिया थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल पं. ब्रह्मदत्त उ.महा.वि. में पढ़ने वाले कक्षा 3 के छात्र बृजेश विश्वकर्मा को महज 250 ₹ बकाया फीस के कारण अनुपम पाठक नामक शिक्षक ने एक छात्र को इस कदर बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई।

उक्त घटना दो दिन पहले की है। वहीं एक और बड़ी खबर यह कि 17 अगस्त को थाना क्षेत्र के सलेमपुर विकास खंड के बरडीहा गांव निवासी जयराम राजभर का पुत्र शिवम राजभर गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में चौथी कक्षा का छात्र है, कि शिक्षक दिवाकर मिश्र ने छात्र की अनावश्यक बेरहमी से पिटाई कर दी।

पीड़ित छात्र ने घर जाकर परिजनों को यह बात बताई तो परिजन आग बबूला हो गए; और अन्य गांव वालों के साथ पूछताछ के लिए विद्यालय पहुंचे, मगर आरोपी शिक्षक को भनक मिलते ही वहां फरार हो गया। परिजन छात्र को लेकर अस्पताल गए जहां से उन्होंने छात्र को इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
पिता ने दी थाने में तहरीर
पिटाई के मामले में पीड़ित छात्र के पिता ने खुखुन्दू थाना पहुंचकर आरोपी शिक्षक दिवाकर मिश्र के विरुद्ध नामजद तहरीर दिया। मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कहते हुए मामले में नया मोड़ दिया जा रहा है सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिल रही है कि शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी थाने पहुंच जाने थानाध्यक्ष खुखुन्दू नवीन चौधरी ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है।
हो चुका है शिक्षक निलंबित
आरोपी शिक्षक का पहले भी विवादों से नाता रहा है। चुनाव के दौरान बीएलओ की जिम्मेदारी मिलने पर उसने *तिलौली गांव के बहुत सारे लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिया था। पुष्टि होने पर शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था। जिला शिक्षा अधिकारी हरिश्चंद्र नाथ ने मीडिया को बताया कि सलेमपुर खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर आरोपी शिक्षक दिवाकर मिश्र को निलंबित कर दिया गया है।
उक्त तीनों प्रकरण को लेकर लोगों में आक्रोश पनपा हुआ है। जालौर कांड में तो अब विधायक महोदय भी कूद पड़े हैं! और भांड मीडिया एक नईं खबर तलाश कर अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रहे हैं…
राजस्थान के जालोर विवाद को लेकर बोले स्कूली बच्चे और शिक्षक और स्थानीय
यहां कोई मटका नहीं है। ना ही मामला जातिगत विवाद का। सभी बच्चे एक ही टैंक से पानी पीते हैं। बच्चों की लड़ाई में शिक्षक ने पिटाई की थी। बच्चा पहले से भी बीमार था, 20 दिन बाद जब मौत हुई तब दूसरा एंगल दिया गया। pic.twitter.com/RcGL8VmHo6
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) August 16, 2022
अगर यही हाल रहा तो भविष्य में हमारी आने वाली पीढ़ी स्कूल जाने से डरने लगेंगे।
