मानव जीवन में शिक्षा का बड़ा महत्व होता है, किसी भी व्यक्ति के जीवन में शिक्षित और संस्कारित होने के लिए गुरु का बड़ा महत्व हैं, वैसे तो माँ को जीवन काल की पहली गुरु का दर्जा प्राप्त है लेकिन उत्तरोत्तर प्रगति हेतु उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक गुरु का मार्गदर्शन काफी महत्त्व रखता है। गुरु शिष्य की यह परम्परा अनादिकाल से चली आ रही है। प्राचीन समय में गुरु का बड़ा महत्व था, गुरु की महिमा को लेकर संत कबीर दास जी का यह दोहा “गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय…” बताता है कि गुरु का दर्जा भगवान से भी श्रेष्ठ होता है। मगर, अब यही भगवान वासना का शैतान बन चुका है।
बालोद hct : बालोद थाना क्षेत्र के एक गांव में एक (sports teacher) शिक्षक का जो विद्यर्थियों को खेल के भी गुर सिखाते हैं; के द्वारा खेल के गुर सिखाते सिखाते गुल खिलाने का मामला सामने आया है। बात तब उजागर हुई जब एक छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने उक्त शिक्षक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, छेड़खानी, लैंगिक अपराधों का मामला दर्ज कर लिया। शिक्षक का नाम दीपक सोनी है जो छात्राओं को खेल में पारंगत करते है जिस पर आरोप लगाया गया है कि वह खेल के बहाने छात्राओं के शरीर पर बदनीयती से हाथ फेरता था। स्कूल के कमरे में भी बुलाकर उनसे गंदी बातें करता था। और तो और वह फोन पर भी उनसे अश्लील बातचीत करता था।
” पहले भी उजागर हो चुके हैं मामले ”
इसके पहले भी इसी तरह छेड़खानी के मामले में एक शिक्षक जेल की हवा खा रहा है और, एक और शासकीय स्कूल मोखा के एक शिक्षक पर बच्चियों को पालक की बगैर अनुमति के पिकनिक पर ले जाने का आरोप लग चुका है, मगर शिक्षक के विशेष समुदाय से होने की वजह से वह जेल जाने से बच गया। क्योंकि कुछ दलालनुमा और फर्जी पत्रकारों के द्वारा भयादोहन और रकम उगाही के चक्कर में फँसाए जाने से मामला ने रुख बदल दिया जिसके चलते एक पत्रकार हवालाती हो गया है।
छात्राओं को खो-खो खेल खिलाने के बहाने करता था छेड़खानी
मामले का खुलासा तब हुआ जब हाल ही में गुरुर में होने वाली खेल (खो-खो) प्रतियोगिता में जाने की तैयारी को लेकर एक छात्रा ने उन्हें फोन किया था। तो वह उनसे अश्लील बातें करने लग गए। बच्ची को आरोपी शिक्षक से बात करते देख उनके परिजनों को शक होने पर स्पीकर ऑन करने कहा गया। स्पीकर ऑन किए जाने पर, शिक्षक अपनी धुन में छात्रा से अश्लील बातें करते जा रह था। यह सुनकर पालको में आक्रोश बढ़ गया और गांव में बैठक लेकर शिक्षक के खिलाफ लामबंद हो परिजन व ग्रामीण थाना पहुंचे। जहां शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
“जैसा कहता हूं वैसा करना पड़ेगा, यही मेरी गुरु दक्षिणा है” : शिक्षक !
बालोद थाना प्रभारी के श्रीमुख से : पॉक्सो एक्ट लगा है, इसलिए ज्यादा कुछ बता नहीं सकते। छात्रा ने शिकायत की है कि खेल के बहाने उनके साथ छेड़खानी होती थी, अश्लील बातें किया जाता था। अगर छात्राएं आपत्ति करती थी तो शिक्षक कहता था – “जैसा कहता हूं वैसा करना पड़ेगा, यही मेरी गुरु दक्षिणा है” शिकायत के बाद आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया है। बुधवार दिनांक 10 अगस्त को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा जाएगा…
प्राइमरी स्कूल में है पोस्टिंग, मिडिल व हाई स्कूल तक के बच्चों को सिखाता था खो-खो
जानकारी के अनुसार उक्त आरोपी गणित के शिक्षक के रूप में प्राथमिक primary school स्कूल में पदस्थ है। लेकिन वह मिडिल व हाई स्कूल के बच्चों को भी खो-खो की Training प्रशिक्षण देता था। खेल के क्षेत्र में उनका प्रयास वैसे सराहनीय रहा है। उनके सिखाए कई बच्चों ने गोल्ड मेडल तक हासिल किया है। लेकिन शिक्षक पर लगे इस दाग ने शिक्षा जगत को कलंकित कर दिया है। वहीं सूत्रों से जानकारी हासिल हुई है कि उक्त शिक्षक मूलतः गणित का शिक्षक था, खेल sports teacher शिक्षक नहीं। बावजूद इसके अनेक competitions प्रतियोगिताओं में विभाग उन्हें coach प्रशिक्षक के रूप में पेश करता था; जो की नियमतः गलत है। इस मामले को लेकर खेल व शिक्षा विभाग घेरे में हैं।
