परिवार चलाने के लिए माँगा अपराध करने की अनुमति …!
दुर्ग hct : नेहरू के सपनों का छोटा भारत अर्थात छत्तीसगढ़ प्रदेश को विश्व पटल पर पहचान दिलाने वाला twin cities (जुड़वां शहर) दुर्ग-भिलाई जिले से एक सर चकरा देने वाला पत्र ने पुलिस विभाग को सिर धुनने को मजबूर कर दिया है। इस जिला के पत्रकारद्वय रवि सोनकर और अभिषेक आवल ने पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन देकर आर्थिक तंगी से उबरने के लिए सट्टा-पट्टी लिखने की अनुमति मांगी है। पत्रकारों ने लिखा है कि कोरोना काल मे बुरी तरह टूट जाने और चैनल से भी तनख्वाह न मिलने के चलते उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है इसलिए उन्हें सट्टा पट्टी लिखकर परिवार चलाने की अनुमति दी जाय।
पत्रकार रवि सोनकर और अभिषेक आवल ने एसपी को दिए आवेदन में लिखा है कि, जिला के नेवई, उतई और पाटन थाना क्षेत्र में कई लोग पुलिस की अनुमति लेकर सट्टा-पट्टी लिखने का काम कर रहे हैं। यहाँ; यह कारोबार एक दफ़्तरनुमा मकानो में संचालित करके अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे है। इस बात की जानकारी सभी सम्बंधित थानों को भी है। उन्होंने जब सट्टा-पट्टी चलाने वालों से पूछा कि, भैया; इस तरह खुलेआम सट्टा क्यों लिखा जा रहा है तो उन्होंने बताया कि “पुलिस से उनको परमिशन मिला है।”
पत्रकारों ने आवेदन के आखिरी में लिखा है कि जब उन्हें सट्टा लिखने की अनुमति मिल सकती है तो हमे भी इसकी अनुमति दी जाय, ताकि हम भी इस रोजगार से जुड़कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।
