गरियाबंद hct। जिला मुख्यालय का बस स्टैंड अतिक्रमण व अव्यवस्था का शिकार हैं। इस नगर में ये परेशानी विगत कई वर्षों से व्याप्त है किन्तु अब बढ़ती जनसंख्या साथ ही बढ़ती जा रही वाहनों की संख्या की वजह से इस पर गंभीरता पूर्वक विचार तथा व्यवस्था सुधार की नितांत आवश्यकता है।
विगत दिनों जिले के नवपदस्थ कलेक्टर प्रभात मलिक ने सब्जी मार्केट तथा बस स्टैंड का निरीक्षण किया है साथ व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिये हैं किंतु अब तक इस दिशा में कोई पहल नजर नहीं आयी है।
नगर के वार्ड नं 09 में स्थित चंडी चौक सब्जी मार्केट की 9 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण को लेकर वर्षों पुराना सवाल अब भी खड़ा है। अतिक्रमण की वजह से नगर पालिका कार्यालय से लेकर सब्जी मार्केट तक पैदल चलना भी मुश्किल है। बस स्टैंड ठेले खोमचें वालों के कब्जे में है। बस स्टैंड में ही अर्से पहले लोकार्पित व्यवसायिक परिसर सह यात्री प्रतीक्षालय उपेक्षा व गंदगी का शिकार हैं।
वर्ष 2014 में पदस्थ कलेक्टर अमित कटारिया द्वारा टाउन एन्ड कंट्री प्लानिंग के तहत नगर की व्यवस्था सुधार की ओर ध्यान दिया गया था। तत्समय बाजार सीमांकन के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिये गये थे। उनके जाने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। यदि उनकी कार्ययोजना अनुरूप प्रशानिक कदम उठाये गये होते नगर का स्वरूप अलग होता।
यात्री बसों के परिचालन पर भी सवाल
नगर से होकर अनेक यात्री बसों का परिचालन रायपुर देवभोग के बीच होता है। इन यात्री बसों की परमिट व फिटनेस पर भी सवाल है। एक जानकारी के अनुसार रायपुर देवभोग रुट पर विभिन्न ट्रेवहल्स की लगभग 30 बसों का परिचालन होता है। इसके अतिरिक्त राजिम से गरियाबंद के बीच करीब 20 मिनी बसों का संचालन जारी है।
विगत दिनों स्कूली बसों की फिटनेस जांच पुलिस व आरटीओ विभाग द्वारा की गई किन्तु यात्री बसों की फिटनेस जांच की जानकारी नहीं है। इन बसों के चालक परिचालक की पुलिस व्हेरीफिकेशन भी आवश्यक होती है। इन बसों के आगे पीछे चेकर आदि के नाम पर घूमने वाले शोहदेनुमा शख्स भी यात्रियों की परेशानी का कारण है।
रोड छाप हीरो की स्टाइल में घूमते ये शोहदे अक्सर यात्रियों के साथ विवाद करते नजर आते हैं। इनकी हरकतों पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। इस मामले में जिला परिवहन अधिकारी से जानकारी लेने का प्रयास किया गया किन्तु उन्होंने फोन रिसीव ही नहीं किया।
