ये बंगला भी ना साहब, इस नाम में ही बड़ा लफड़ा है। अब देखो न चाहे बंगला (खरबूजा) फल को ले लो बाजार भाव आसमान छू रहा है ! या फिर बंगला पान पनवाड़ी ने ज़रा सा चूना ज्यादा लगा दिया तो मुंह में छाले उभर आएँगे। और हाँ, इस बंगले के ऊपर बॉलीवुड में भी बहुत से गाने भी फिल्माए गए हैं – “एक बंगला बने न्यारा sss, और “बंगले के पीछे तेरी बेरी के नीचे, कांटा लगाsss… ” मगर इन सबसे हटकर एक और मामला है, वो है; विधायकों, मंत्रियों को आबंटित होने वाला बंगला या फिर शासकीय कर्मचारियों के लिए निर्मित क्वार्टर का। हमेशा इस नाम के पीछे कोई न कोई लफड़ा होते ही रहता है।
अब देखिए न, हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश में वर्तमान में कांग्रेस दल सत्तारूढ़ हैं, लेकिन भाजपा का एक कद्दावर मंत्री शासकीय बंगले पर आज तक काबिज है और ऊपर से सरकार को आंखे तरेर कर कहता है कि “कांग्रेस के लोग नामर्द हैं।” सच ही तो कहते हैं बिरजू भैया। अरे भाई, जो तीन साल तक एक बंगला खाली नहीं करवा पाए वो और क्या होंगे, आंय ?
उक्त कद्दावर विधायक के बंगले को ले देकर एक सपाई जो अब Cong RSS दल के एक मर्द ने अपनी मर्दानगी दिखाने का साहस जरूर जुटाया था, मगर महराज को एक पंथ समुदाय की कुर्सी दान दक्षिणा में देकर शांत बैठा दिया। खैर ये तो दल के दलदल फंसी कुछ ऐसी सच्चाई है जिससे किसी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन हम आपको एक ऐसी सच्चाई से रूबरू करवाने जा रहे हैं जो किसी भी आवासहीन व्यक्ति और मानवता के साथ घोर मजाक होगा और सम्बंधित विभाग के लिए शर्मिंदगी भी…
रायपुर hct : राजधानी के गौरव पथ स्थित पुराना पुलिस मुख्यालय के बगल से सठी, रेरा अध्यक्ष विवेक कुमार ढांड की काबिज वाली जमीन के ठीक सामने वन विभाग का एक आवसीय परिसर है। इस परिसर में विधायक से लेकर इसरो के वैज्ञानिक तक और मंत्रालय के सचिव स्तर के प्रशासनिक अधिकारी से लेकर विधि विशेषज्ञ के अलावा पुलिस के आला अधिकारीयों तक का निवास है। मगर, इसी कालोनी में एक घुसपैठिए तथाकथित पत्रकार ने वन विभाग के इस सरकारी आवास में कब्ज़ा जमाकर सालों से निवास कर रहा है।
खुद को बताता है मुख्यमंत्री के निज सचिव सौम्या चौरसिया का भाई !
बता दें कि यह क्वार्टर किसी आर.एन.शर्मा के नाम आबंटित है और इसी क्वार्टर में एक शख्स नवनीत चौरसिया तथाकथित पत्रकार, सेक्टर 9 हुडको निवासी ने डेरा डाल रखा है। और तो और इसकी हिमाकत देखिए कि यह तथाकथित पत्रकार खुद को मुख्यमंत्री के निज सचिव सौम्या चौरसिया का भाई होने का परिचय देता फिरता है। आगे यह कि इस व्यक्ति नवनीत चौरसिया तथाकथित पत्रकार के बारे में जब हमें जानकारी जुटाया तब सूत्रों ने बताया कि महोदय किसी दैनिक समाचार पत्र “प्रभात परिक्रमा” और मासिक पत्रिका “सार्थक दृष्टिकोण” नाम से सम्बंधित है।

जब विभागीय परिसर में नियुक्त गार्ड / चौकीदार विक्की भारद्वाज से शासकीय आवास किनके नाम पर आबंटन है सम्बंधित कुछ सवालात किया गया तो उन्होंने हमें बताया कि उक्त व्यक्ति विभाग का पत्रकार है और शासकीय कार्य में भी इसकी दखलंदाजी है। और उक्त परिसर को विभागीय कर्मचारियों का हॉस्टल बताया ! देखिए वीडियो ...
चूँकि यह छ.ग. है जनाब, जहाँ ठग बेहद सक्रीय रहते हैं। हम तो खबरनवीस हैं नारद के जैसे सबको सचेत करते चले चलते हैं फ़िलहाल इस खबर के माध्यम से संबंधितों को आगाह किया जा चुका है.अब देखना यह है कि सरकारी नुमाइंदे इस समाचार प्रसारण के बाद क्या गुल खिलाते हैं।
