बालोद hct : खबर है कि; कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गांधी तेलंगाना में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के द्वारा किसानों से संबंधित विषयों को आम जनता के बीच रखते हुए भूपेश बघेल सरकार की जमकर तारीफ कर रहे है। वैसे देखा जाए तो छत्तीसगढ़ सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पूर्ववर्ती सरकार के मुकाबले जमीनी स्तर पर कुछ अलग करने का प्रयास किया है, जिसमें खासतौर पर किसानों की कर्ज़ माफी एवं धान के समर्थन मुल्य में इजाफा हुआ है। हालांकि राज्य में छत्तीसगढ़ सरकार के इच्छानुसार सभी योजनाओं पर कार्य ईमानदारी से संचालित हो रहा है यह कहना शायद जल्दबाजी होगा, क्योंकि हकीकत के धरातल पर मंजर आज भी पहले की तरह ही भर्राशाही वाली स्पष्ट नजर आ रही है, जिसकी बानगी हमें बालोद जिला अंतर्गत गुरूर विकासखंड क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति बासीन में देखने को मिल रहा है जहां पर क्षेत्र के किसानों से छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा खरीदी की गई धान का उठाव आज पर्यंत तक नहीं हो पाया है।
जानकारी के अनुसार सेवा सहकारी समिति बासीन में ग्राम पंचायत भोथली निवासी किसान भूषण लाल साहू का 900 कट्टा धान की खरीदी सेवा सहकारी समिति बासीन ने किया था ,उक्त किसान को राजनीतिक लोगों ने अति गरीब किसान बताकर सेवा सहकारी समिति बासीन पर दबाव बनाकर खरीदी की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है।
बताया जाता है कि उक्त किसान का धान खरीदी लायक स्थिति में नहीं था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते सेवा सहकारी समिती बासीन ने किसान की धान को खरीदी तो कर लिया, लेकिन इस धान को उठाने हेतू मिलर तैयार नहीं ! जिसके चलते सेवा सहकारी समिति बासीन में धान अभी भी खुले आसमान पर पड़ी हुई है।
किसान से खरीदी की गई धान खुले आसमान के नीचे पड़े रहने के दौरान क्षेत्र में कई दफा बेमौसम बरसात हो चुका है साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा रोका छेंका योजना का लाभ अर्जित करने वाले मवेशियों को भी इसका भरपूर लाभ इन दिनों मिल राहा है, जबकि जिला प्रशासन से जुड़े हुए अधिकारी और कर्मचारी मामले में सिर्फ बयानबाज़ी करके खानापूर्ति में लगे हुए है।
अब देखना यह है कि किसान भूषण लाल साहू से खरीदे हुए धान को छत्तीसगढ़ सरकार कब तक ऐसे बाहर में खराब होने के लिए छोड़ कर रखती है।
