गरियाबंद । जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम संचालित है। जिसके तहत आरबीएसके दल द्वारा स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर बिमारीग्रस्त बच्चों को उपचार उपलब्ध कराया जाता है। कार्यक्रम के प्रारंभ से अप्रैल 2022 तक जिले में आरबीएसके दल द्वारा 05 श्रेणियों के 42 प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त कुल 14 हजार 945 बच्चों का उपचार किया गया है। जिसमें 356 हृदय रोग से ग्रसित बच्चों का स्कीनिंग व उपचार भी सम्मिलित है। इस प्रकार योजना के तहत् विभिन्न जटिल बीमारियां जैसे न्यूरल ट्यूब दोष के 11 होठ एवं तालू की विकृति वाले 93 बच्चों का ऑपरेशन, 88 अति कुपोषित बच्चों का एन.आर.सी में भर्ती कर उपचार एवं सिकल सेल से ग्रसित 2059 बच्चों का उपचार के अतिरिक्त अन्य विभिन्न बिमारियों के बच्चों का उपचार किया गया। आरबीएसके योजना के तहत् बच्चों के उपचार हेतु नियमानुसार हर संभव प्रयास किया जा रहा है एवं योजना के तहत् उपचार नहीं हो सकने वाले बच्चों को निःशुल्क परामर्श एवं शासन के विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सके इस हेतु मेडिकल सर्टिफिकेट जारी करवा बच्चों को लाभान्वित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.आर नवरत्न ने बताया कि अगस्त 2014 से वर्तमान दिवस तक सेरिब्रल पाल्सी बीमारी से ग्रसित कुल 67 को चिन्हांकित किया गया है। सेरिब्रल पाल्सी बीमारी का उपचार संभव नहीं है, अतः उक्त बीमारी से चिन्हांकित बच्चों को आवश्यक परामर्श दिया जा रहा है। साथ ही दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया जाकर उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।