जेब पर डाका पड़ने की घटनाएं आये दिन देखने या सुनने को मिलता है, लेकिन पोस्ट आफिस में लोगों के द्वारा जमा की गई जमा-पूंजी पर डाका यह बात लोगों के लिए अटपटा लग सकता है। लोग बड़े विश्वास के साथ मेहनत और पसीने से कमाई हुई पैसों को बैंक या पोस्ट आफिस में जमा करते हैं, लेकिन लोगों के द्वारा जमा पूंजी को बैंक प्रबंधन या पोस्ट आफिस वाले लोग चूना लगाकर हजम कर जाए, तब इन संस्थानों में अपनी मेहनत और पसीने से कमाई हुई एक-एक रूपए को जमा करने वाले लोगों के मन को कितना ठेंस पहुंचता होगा यह समझना आसान है।
बहरहाल राज्य में लोगों की मेहनत और पसीने की कमाई को लेकर रफ्फूचक्कर होने की घटना यह पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले चिटफंड कंपनियों ने प्रदेश में लूट की जबदस्त अभियान चलाया जिसके चलते छत्तीसगढ़ राज्य के लाखो लोगो की मेहनत से कमाई हुई करोड़ों रुपए डूब गया था हालांकि कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद चिटफंड कंपनियों पर लगातार कार्यवाही इस वक्त जारी है। चिटफंड कंपनियों पर सरकार ने शिकंजा कसते हुए लोगों के डूबे हुए जमा-पूंजी को वापस लौटा रही है, लेकिन इसके बावजूद और भी कई सरकारी संस्था है जंहा पर आम जनता की मेहनत और पसीने से कमाई हुई जमा-पूंजी को चूना लगाते हुए आम जनता की भरोसा और विश्वास को ठेंगा दिखा रहे है।
खाता धारकों की बैगर अनुमति निकाली राशि
बालोद hct : जिला अंतर्गत गुरूर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत दर्रा में स्थित पोस्ट आफिस में लोगों के द्वारा जमा पूंजी की पोस्टमार्टम कर रहे है पोस्ट आफिस के पोस्ट मास्टर बाबू विजय सिन्हा। दर्रा स्थिति पोस्ट आफिस में दर्रा सहित आसपास के कई गांव के ग्रामीणों ने मेहनत और पसीने से कमाई हुई एक एक रूपए को विजय सिन्हा के पोस्ट आफिस दर्रा में जमा कराये है। उक्त पोस्ट आफिस में लोगों के द्वारा जमा राशि को पोस्ट मास्टर विजय सिन्हा के द्वारा बैगर खाता धारकों की अनुमति से निकाल लिया गया।
सूत्रों की मानें तो दर्रा स्थति पोस्ट आफिस के पोस्ट मास्टर विजय सिन्हा लोगों के द्वारा मेहनत और पसीने से कमाई हुई जमा पूंजी को डकारने में महारत हासिल कर रखा है, जिसके चलते उनके द्वारा बार बार यह कृत्य को अंजाम देता रहा है। इससे पहले मनरेगा मजदूरों के खातों से भी पैसा निकालने की घटना को अंजाम दिया है पोस्ट मास्टर विजय सिन्हा, उनके इसी करतूतों के चलते उन्हें गांव में भारी विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद भी पोस्ट मास्टर साहब को अपने करतूतों पर जरा सी भी लज्जा नहीं आती है।
हालांकि की पोस्ट मास्टर साहब की काले कारनामे इन दिनों जांच के घेरे में है और विभाग की ओर से विभागिय जांच जारी होने की बात कही जा रही है । इस बीच पोस्ट आफिस दर्रा में अपनी मेहनत से कमाई हुई पैसों को जमा करने वाले लोगों की स्थिति दयनीय है अब देखना यह है कि विभाग इस तरह से पोस्ट आफिस का खुलेआम पोस्टमार्टम करने वाले विजय सिन्हा के विरुद्ध क्या कार्यवाही करता है।
