बालोद hct : भारत में भ्रष्टाचार एक भयानक महामारी के तौर पर मानी जाती है, जिसके बाद भी भ्रष्टाचार की समुचित रोकथाम हेतू सरकार के पास मौजूदा समय में इस भ्रष्टाचार रूपी को जड़ से उखाड़ फेंकने हेतू आज तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है, लिहाजा आम जनता को रोजाना भ्रष्ट लोगों का सामना करना पड़ता है।
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार की परत राज्य सरकार की खामोशी के चलते इन दिनों सर चढ़ कर बोल रही है, जिसकी बानगी हमें जुम्मा-जुम्मा कुछ दिन पहले बालोद जिला में भी देखने को मिला है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खनिज न्यास निधि फंड का इस्तेमाल शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं पर खर्च कर गरीबों को लाभ पहुंचाने की बात कहते है, तो वहीं बालोद जिला अंतर्गत खनिज न्यास निधि के पैसा की बंदरबांट होने की आशंका जाहिर की जा रही है।
उखाड़ने लगा है आंगनबाड़ियों में टाइल्स
जिला में खनिज न्यास निधि फंड का इस्तेमाल जिला के आंगनबाड़ियों में टाइल्स लगाने हेतू किया गया था,अब टाइल्स आंगनबाड़ी भवनों में अचानक लगना क्यों जरूरी था यह जानने की हमें आवश्यकता नहीं है। बहरहाल आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई जाने वाली टाइल्स के संबंध में महिला बाल विकास व समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों तक को जानकारी नही देना निश्चित तौर पर इन शंकाओं को और ज्यादा मजबूती प्रदान करता है।
जिला के गुरूर विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत खनिज न्यास निधि फंड से 240 आंगनबाड़ी केंद्रों पर टाइल्स लगाने हेतू स्वीकृत प्राप्त हुई थी, लेकिन सिर्फ 29 आंगनबाड़ी केंद्रों पर टाइल्स लगाया गया; जिसमें से 20 आंगनबाड़ी केंद्रों में लगी हुई टाइल्स खराब होकर गिर गई है।
टाइल्स गिरने से घायल हो गए थे बच्चे
कुछ दिन पहले बालोद जिला के डौंडीलोहारा विकासखंड क्षेत्र के भैंसबोड़ में आंगनबाड़ी केंद्र में लगी टाइल्स गिरने से पांच बच्चे बुरी तरह से घायल हो गए थे, तो गुरूर विकासखंड क्षेत्र के 20 आंगनबाड़ी केंद्रों में लगाई हुई टाइल्स भी कुछ इसी तरह से गिर गई है। अब विचार करने वाली बात यह है कि, जिला प्रशासन को राज्य के महिला बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया मंत्री की आदेश पर गुणवत्ताहिन निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारो पर सही मायने में जांच प्रक्रिया पूरी कर जिला खनिज न्यास निधि फंड का दुरूपयोग करने वाले लोगों पर कार्यवाही होगी की नही।
सूत्रों की मानें तो ज्यादातर ठेकेदार सत्तारूढ़ दल से है जिनकी इस बख्त सुबे में तूती बोलती है। जिसके चलते जिला खनिज न्यास निधि फंड में बंदरबांट की चर्चा आम है। मामले में जिलावासियों को गहराई से चिंतन विचार करना चाहिए, ताकी सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले लोगों को समाज और कानून बेनाकाब कर सके और जिला खनिज न्यास निधि फंड का इस्तेमाल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा कहीं गई विषयों पर इस्तेमाल हो सके।
