गरियाबंद। धान खरीदी में सुखत ( शार्टेज ) का खेल अब सबकी समझ में आ रहा है। बता दें कि देवभोग क्षेत्र में सुखत की भरपाई ना करना दो समितियों को महंगा पड़ गया है। इस मामले में गोहरापदर शाखा प्रबंधक ने ढोर्रा व झरगॉव समिति के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करने के लिये देवभोग थाने में आवेदन दिया हैं। मिली जानकारी के अनुसार गोहरापदर के जिला सहकारी बैंक अंतर्गत आने वाली दो शाखा में धान का शार्टेज ज्यादा पाया गया हैं। जिसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने के लिये देवभोग थाने में आवेदन दिया गया हैं। ढोर्रा समिति में 1361.73 किवंटल धान का शॉर्टेज़ मिला हैं। जिसकी राशि लगभग 26 लाख 41 हजार 750 रुपये हैं, जबकि झरगॉव समिति में 1912.45 किवंटल धान का शॉर्टेज़ मिला हैं। यहां की राशि लगभग 37 लाख 10 हजार 153 रुपये हैं।
दोनों समिति के प्रबंधक,धान खरीदी प्रभारी,कंप्यूटर ऑपरेटर और चौकीदार को जांच दल ने शॉर्टेज़ के लिए दोषी पाया हैं। ऐसे में एसडीएम द्वारा गोहरापदर शाखा प्रबंधक को भेजे गये पत्र में इन सभी कर्मचारियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने की बात कही गयी हैं।
मामले में गोहरापदर शाखा प्रबंधक ने कहा कि जिले के खाद्य विभाग के साथ ही डीएमओ और सहायक पंजीयक और ब्लॉक स्तर के सम्बन्धित अधिकारियों ने जांच कर शॉर्टेज़ के लिये समिति के कर्मचारियों को दोषी माना हैं। जिसके बाद एफआईआर दर्ज करवाने के लिए देवभोग थाने में आवेदन सौंपा गया हैं। वहीं देवभोग थाना प्रभारी बसंत बघेल ने बताया की ढोर्रा और झरगॉव समिति के प्रबंधक,धान खरीदी प्रभारी,कंप्यूटर ऑपरेटर और चौकीदार के विरुद्ध आवेदन दिया गया हैं।
धान खरीदी में सुखत का खेल : नही की भरपाई , अब होगी एफआईआर
