कांकेर hct। जिले के चारामा थाने में पदस्थ आरक्षक सतीश उइके ने अपने व्हाट्सएप में बाय बाय लिखकर बाथरूम में जाकर फांसी लगा ली। घर में मौजूद उसकी पत्नी ने जैसे ही आवाज सुनी वो तुरन्त बाथरूम की तरफ दौड़ी और आस-पास के लोगों की मदद से सतीश को चारामा अस्पताल लेकर जा ही रही थी, कि रस्ते में ही उसकी मौत हो गई। सतीश अपनी पत्नी और 4 साल की बेटी के साथ चारामा में किराए के मकान में रहता था।
सतीश के द्वारा उठाए गए इस आत्मघाती कदम को उन्हें जानने वाले हर कोई हैरान है। सतीश के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में पुलिस के लिए उसके मौत की गुत्थी उलझ गई है। सतीश की पत्नी और परिवार सदमे में है, जिसके चलते उनसे पूछताछ नहीं हो सकी है। आरक्षक सतीश के लाश का पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को शव सौंप दिया गया, जिसके बाद उसके पैतृक गांव जैसाकर्रा में अंतिम संस्कार किया गया।
चारामा थाना प्रभारी नितिन तिवारी ने बताया कि आरक्षक के आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। मामले की जांच की जा रही है।
