पुलिसिया कार्यवाही में दो पकड़ी गई

पत्रकार।
बालोद hct : जिले में सट्टे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में इसके कारोबार ने बढ़त बना ली है तो वहीं इस अवैध कारोबार का सुरूर महिलाओं पर भी छाने लगा है। इसका प्रमाण विगत दिनों बालोद जिला पुलिस द्वारा चल रही ताबड़तोड़ कार्यवाही में महिलाओं के द्वारा इस सट्टे के आरोप में पकड़े जाने के खुलासा से हुआ। महिलाएं भी पूरी शातिरी के साथ इस कारोबार में संलिप्त हो चुकी हैं और पुलिस भी उनसे परेशान है।
कड़ी मशक्कत के बाद विगत दिनों गुरुर क्षेत्र में दो महिलाएं सट्टे के कार्य में संलिप्त पाई गई, जिन्हें गिरफ्तार किया गया। इनसे सट्टा – पट्टी सहित नगदी भी बरामद हुए। बता दे कि लगातार खासतौर से गुरुर क्षेत्र में सट्टे का कारोबार बड़ी तेज गति से पनपा है। तो वहीं वर्तमान थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी द्वारा इस पर सख्ती बरतते हुए कार्रवाई भी शुरू की गई है।
महिलाओं पर नहीं होता एकाएक शक, इसका उठा रहे है फायदा।
ज्ञात हो कि; कई ऐसे अपराध है जिसमें महिलाएं अक्सर शामिल नही होती लेकिन कुछ महिलाएं उनमें शामिल हो तो पुलिस और लोगों को भी उन पर जरा सा भी शक नहीं होता और इसी का फायदा महिलाएं उठा रही है। सट्टे के कारोबार में महिलाओं की संलिप्तता कोई नई बात नहीं है। दुर्ग जिला में तो एक महिला खाईवाल का इतना जलवा रहा है कि पुलिस अधीक्षक भी उसके ठीहा में हाथ डालने से पहले अपनी वर्दी पर लगे छोटे मोटे दाग को झांक लिया करते थे।
अब यह कारोबार दुर्ग जिला से निकल कर बालोद में अपना पैर पसार रहा है। इसका जीता जागता प्रमाण गुरुर क्षेत्र में 2 केस में सामने आया है। जिसमें सट्टे के आरोप में दो महिलाएं पकड़ी गई। सट्टे के इस अवैध कार्य में एक तरफ सट्टेवाल (खाईवाल) का घर तो चलता ही है वहीं दूसरी तरफ आसपास के थानों में तैनात पुलिसकर्मियों सहित थाना प्रभारी और नगर पुलिस अधीक्षक के भी बल्ले – बल्ले रहते है साथ ही कुछ नामी – गिरामी पत्रकारों की भी चांदी रहती है।
खाईवाल हो रहे मालामाल
सट्टे के कारोबार में खाईवाल भी मालामाल हो रहे हैं। लोगों को दुगने – तिगुने पैसे मिलने का झांसा देकर उनसे सट्टा लगाया जा रहा है। महिलाओं की आड़ में यह कारोबार अब जोर पकड़ने लगा है। कहने को तो यह कार्य अवैध है लेकिन पुलिस के संरक्षण में यह वैध हो जाता है। इस अवैध कार्य को वैध करने के लिए थाना प्रभारी को चढ़ौती चढ़ाए बगैर कार्य रूप में परिणित नहीं किया जा सकता फिर भी यदा-कदा washing allowance की खातिर इनके ठिकानों पर छोटी-मोटी कार्रवाई के नाम पर पुलिस अपना दामन में लगे दाग को धो लेती है।
इसी तारतम्य में डिजिटलियकरण हो चुके इस अपराध के पीछे आरोपियों को पकड़ने के लिए एसपी सदानंद कुमार के निर्देशन में सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में लगातार कार्यवाही भी कर रहे हैं लेकिन फिलहाल इस कारोबार का जड़ से खत्म होना मुश्किल सा नजर आ रहा है। दिन-ब-दिन इसमें संलिप्त आरोपियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
सट्टा खिलाने वाले 3 लोगों को गुरूर पुलिस ने किया गिरफतार, एक महिला भी शामिल
पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम के निर्देशन एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी राजेश बागड़े के परिवेक्षण में तथा थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी के नेतृत्व में अवैध शराब बिक्री जुआ सट्टा रोकथाम रेड कार्यवाही हेतु थाना गुरूर एवं चौकी कंवर की टीम गठित कर थाना गुरूर पुलिस टाउन देहात भ्रमण पर निकला था।
पेट्रोलिंग (ग्राम भ्रमण) के दौरान सपड़ाए सभी आरोपी
ग्राम भ्रमण के दौरान थाना क्षेत्रांतर्गत अलग अलग स्थानों पर रेड कार्यवाही कर सट्टा पट्टी नामक जुआ खेलाते आरोपीयो को पकड़ा गया, जिसमें आरोपीया हेमलता सारथी पिता स्व0 राजूराम सारथी उम्र 29 साल निवासी कोलिहामार के कब्जे से नगदी रकम 1630 रूपये एवं 01 नग सट्टा पट्टी पर्ची व 01 नग डाट पेन एवं आरोपी विरेन्द्र कुमार ओझा पिता स्व० पुनित राम ओझा उम्र 28 साल के कब्जे से नगदी रकम 550 रूपये एक डाट पेन एवं सट्टा पट्टी पर्ची एवं आरोपी रवि कोसरे पिता बाबुलाल कोसरे उम्र 32 साल सा० अटल चौक पलारी चौकी कंवर के पास से सट्टा पट्टी, डाट पेन एवं नगदी रकम जप्त कर धारा 4 ( क ) जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही कर गिरफतार किया गया।
इसी तरह अवैध रूप से शराब पिलाने की सुविधा प्रदान करने वाले आरोपी ओंकार साहू पिता कार्तिक राम साहू उम्र 55 साल निवासी बस स्टैण्ड पलारी एवं राकेश कुमार साहू पिता संतुराम साहू उम्र 38 साल निवासी शास्त्री चौक पलारी के खिलाफ धारा 36 (C) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही कर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त प्रकरण कार्यवाही में निरीक्षक दिलेश्वर चंद्रवंशी, उप निरीक्षक खगेन्द्र पठारे, उप निरीक्षक कैलाशचंद मरई, सउनि० नरेन्द्र साहू, प्र0आर0 श्रीराम उइके, म०प्र०आर० नर्मदा कोठारी क्र 131 आर0 राहुल गजपाल, आर० लेखराम मारकण्डे का सराहनीय योगदान रहा।
